मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की समीक्षा बैठक

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की समीक्षा बैठक हुई। समीक्षा बैठक में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के तहत चल रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की गयी।लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव जितेन्द्र श्रीवास्तव ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग के अद्यतन कार्यों एवं उपलब्धियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। प्रस्तुतीकरण में भूजल स्तर की स्थिति, भूजल स्तर निगरानी, हर घर नल का जल निश्चय योजना की प्रगति एवं सात निश्चय -2 के तहत जलापूर्ति योजनाओं के दीर्घकालिक अनुरक्षण पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। साथ ही वर्ष 2019 एवं 2022 में पंचायतों के भूजल स्तर का कोटिवार वर्गीकरण, लक्ष्य अवशेष दीर्घकालिक अनुरक्षण अनुदेश के तहत जलापूर्ति योजना से आपूर्ति किये जाने वाले पेयजल की गुणवत्ता, अनुश्रवण एवं निगरानी के संबंध में विस्तृत रूप से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया।इसके अलावा जल मीनार / जल संग्रहण टंकी की नियमित अंतराल पर सफाई, विभाग के नियंत्रणाधीन सभी पंचायतों में पंचायत स्तरीय मरम्मत दल की तैनाती एवं कार्यरत कर्मी, विभागीय पदाधिकारियों के द्वारा योजनाओं का सघन निरीक्षण, जलापूर्ति योजना की क्रियाशीलता का अनुश्रवण, मार्च 2022 से अब तक चापाकल मरम्मत की स्थिति, सामाजिक अंकेक्षण, सामाजिक जागरूकता के तहत प्रतिमाह वार्ड स्तर पर जल चौपाल का आयोजन, जल जांच प्रयोगशाला का सुदृढीकरण, विचारणीय विषय, मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत प्राप्त शिकायतों का समाधान आदि के संबंध में भी मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी गयी ।

समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भूजल स्तर पर विशेष निगरानी रखें। जिन इलाकों में भूजल स्तर नीचे है, वहां भूजल स्तर को मेनटेन रखने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि हर घर नल के जल का रखरखाव ठीक ढंग से हो, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि लोगों के घरों तक निर्बाध रूप से जलापूर्ति होती रहे। किसी भी इलाके में लोगों के समक्ष जल की समस्या उत्पन्न न हो। भूजलस्तर का निरंतर अध्ययन कराते रहिये। किसानों के खेतों तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए भी कई काम शुरू किये गये हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग गया, बोधगया, नवादा और राजगीर में लोगों के घरों तक गंगा जल पहुंचाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसी प्रकार से जिन पंचायतों में भूजल स्तर की समस्या है वहां कैसे और क्या किया जाए, इस पर विशेष मंथन करें ताकि लोगों के समक्ष भविष्य में भी पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो। हर जगह गंगा नदी के जल को नही पहुंचाया जा सकता है इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था की दिशा में आवश्यक कदम उठायें। उन्होंने कहा कि उत्तरी बिहार के दरभंगा और अन्य स्थानों पर जब भूजल स्तर नीचे जाने से जल संकट की स्थिति उत्पन्न हुई तब हमने सभी राजनैतिक दलों की संयुक्त बैठक में जल – जीवन – हरियाली अभियान चलाने का निर्णय लिया। इस वर्ष वर्षापात कम होने से किसानों को धान की खेती में काफी समस्या हुई है। हमने खुद जाकर एरियल सर्वे के माध्यम से और सड़क मार्ग से भी स्थिति का जायजा लिया है। यह राहत की बात है कि इधर कुछ दिनों से बारिश हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जानकारी दी गयी है कि लोगों के घरों तक हर घर नल के जल की आपूर्ति सुबह, दोपहर और शाम को की जा रही है, यह अच्छी बात है। यह हर हाल में सुनिश्चित हो कि हर घर नल के जल का लाभ लोगों को निर्वाध रूप से मिलता रहे। इसके लिए यदि मैन पावर बढ़ाने की जरूरत है तो इस दिशा में भी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें।

बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं अभियंता प्रमुख लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग अशोक कुमार उपस्थित थे।

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