नेपाल की राजनिति में धमक बनाने बाली पहली कर्ण कायस्थ महिला चंद्रमा देवी का निधन

नेपाल के बीरगंज छपकईयाँ वार्ड नम्बर-3 निवासी चंद्रमा देवी कर्ण ने नेशनल मेडिकल हॉस्पिटल में 85 वर्ष के उम्र में अंतिम सांस ली। चंद्रमा देवी मिशन टू करोड़ चित्रांश अंतरराष्ट्रीय के केंद्रीय सदस्य पवन कुमार दास की माँ व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र कर्ण की सास थी। चंद्रमा देवी का जन्म मधुबनी जिला के चिचड़ी गांव में हुआ था। उनका ससुराल दरभंगा जिला के दरिमा गांव था। संप्रति बीरगंज में रहती थी। वर्षों से बीरगंज के बड़े बड़े जागरण भक्ति कार्यक्रम में आपने गीत-भजन गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती थी। चंद्रमा देवी के जिह्वा व कंठ में सरस्वती वास करती थीं। उनके गायकी का चर्चा होती है वे आध्यात्मिक महिला थीं। नेपाल की राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी से टिकट लेकर बीरगंज महानगर पालिका से न.प.स. के इलेक्शन में भाग लिया व जीत हासिल करने वाली पहली कर्ण कायस्थ महिला थीं।लोकप्रियता का अंदाज़ इसी से लगाया जा सकता है कि आज वीरगंज में उनके अंत्येष्ठि के दौरान हिन्दू मुसलमान व सभी जाति धर्म के स्त्री पुरुषों ने नम आंखों से विदा किया।मुखाग्नि उनके छोटे पुत्र किशोर कर्ण ने उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार उनका दाह संस्कार बागमती नदी के किनारे पशुपति नाथ में जिस घाट पर नेपाल के राज परिवार का अंतिम संस्कार होता है उसी घाट पर कल सम्पन्न हुई।

अंतिम संस्कार के क्षण मिशन के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष उज्ज्वल प्रशांत, चित्रगुप्त संस्था के रतिष चंद्र व उमेश दत्त मौजूद थे। चन्द्रमा देवी कर्ण के निधन पर मिशन के अनिल कर्ण, राजेश कंठ, नीलिमा सिन्हा, मनोज लाल दास मनु, श्वेता श्रीवास्तव, वन्दना सिन्हा, विनीत कुमार कर्ण, संजय कुमार, बैधनाथ लाल दास, के वी लाल, शैलेन्द्र मोहन श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, रमाशंकर श्रीवास्तव, चंद्रशेखर खरे,शुधांशू श्रीवास्तव, हेमंत कर्ण, सामंत कर्ण, सचिन कर्ण,आयुष कुमार कर्ण,श्रेया मल्लिक, अवधेश कर्ण, विजय कर्ण, मुकेशचंद्र दास ने अश्रुपूरित श्रद्धान्जली अर्पित करते हुए उनके आत्मा को शांति प्रदान हो की कामना की।

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