पटना : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जब कभी भी केंद्रीय जाँच एजेंसी (ED) या राज्य सरकार जाँच एजेंसी (EOU) द्वारा आर्थिक अपराध इकाई भ्रष्टाचार में लिप्त भ्रष्ट पदाधिकारियों पर शिकंजा कसा जाता है बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव सह प्रबंध निदेशक (CMD) IAS संजीव हंस के ऊपर ED की बड़ी कारवाई हुई है I वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा कारवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया है वहीं जाँच के अगले आदेश तक किसी भी विभाग में कोई भी पद नहीं दिया जायेगा I लेकिन विद्युत विभाग में अभी भी संजीव हंस के मेहरबानी से जो लोग पेरवी पहुँच से गए हैं उनके करीबी लोग विभाग में लूट घसोट मचाये हुए हैं I
बांका जिला एक्सक्यूटिव (EEE) कुमार सौरव संजीव हंस के खास माने जाते हैं उनकी मेहरबानी से जो की दूसरे कम्पनी ट्रांसमिशन से ट्रांसफर करवाकर आये हुए हैं I बांका एक्सक्यूटिव कुमार सौरव के नेतृत्व में काटोरिया सबडिवीज़न के SDO दिलीप कुमार काटोरिया JEE युवराज कुमार चानंद JEE विकास कुमार एवं इनके सहयोगियों के द्वारा सावन के पावन पर्व भोले बाबा की नगरी जाने वाली पथ पर जितने भी धर्मशाला हैं एवं शिविर अस्थायी दुकान लगाए हैं I बाहर से आये हुए सेवा दल के लोग सेवा करने आये हैं उन सभी से लाखों रूपये की अवैध वसूली कर काली कमाई की जा रही है I कुछ समय पूर्व तक बिहार में नीतीश कुमार को सुशासन बाबू के नाम से जाना जाता था एक समय था जब उनके शासनकाल में क़ानून व्यवस्था सख्त हुआ करता था लेकिन आज बिहार में खून खराबा हत्या बलात्कार आम बात हो गईं है I स्थिति विपरीत हो गईं है चारों तरफ शासन प्रशासन में भ्रष्टाचार व्याप्त हो गया है बिहार में जब हम भ्रष्टाचार की बात करते हैं तो बिजली विभाग सबसे सामने आता है I बिहार सरकार के बिजली विभाग में कई ऐसे पदाधिकारी हैं जो बिहार में रूपये कमा कर लाल हो गए हैं और उन्हें न डर है न लाजशर्म ही बचा है सब ताखे पर रख दिए हैं I बांका जिले बोल बम नगरी जाने वाली पैदल पथ अवैध वसूली का अड्डा बना हुआ है I सुईया अवरख्खा बेलहर में जिलेबीया मोर टांगेशर आदि जगहों पर विद्युत विभाग द्वारा काटोरिया के JEE युवराज कुमार तीन साल से एवं AEE SDO दिलीप कुमार द्वारा बड़े बड़े सेवा शिवीरों से बड़े पैमाने पर अवैध वसूली धरल्ले से किया जा रहा है I जिससे विद्युत विभाग को लाखों रूपये की क्षति पहुँच रही है ये लोग सेवा शिवीरों से कुछ अवैध वसूली करते हैं और कुछ रसीद बनाते हैं और बस दिखावा के लिए रसीद विद्युत लोड की अपेक्षा काफ़ी कम वाट का बस एक खाना पूर्ति करने के लिए रसीद देते हैं I जिसके कारण विद्युत विभाग को लाखो की राजस्व की क्षति हो रही है I इस पर विभाग को जाँच कर इन सभी भ्रष्ट पदाधिकारी के ऊपर उचित कारवाई करने की जरूरत है I अब देखना यह होगा की ऊर्जा विभाग के मंत्री विजेंद्र यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे करीबी मंत्री हैं इन सभी अधिकारियों पर कब तक कारवाई करते हैं या रुपयों के दम पर ये लोग निपा पोती करते हैं I सुशासन बाबू देखिये ये क्या हो रहा है आपके सरकार में अली बाबा तो ED के शिकंजे में आ गए अभी भी 40 चोर निगरानी और ED से दूर हैं इस पर कब तक गाज गिरेगी I