भुवनेश्वर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ओडिशा दौरे को लेकर माहौल बन रहा था कि वह नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ वहां मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बातचीत कर अपने साथ लाएंगे। लेकिन, दोनों से मुलाकात के बाद यह बात सामने आई कि इस मुलाकात में दोनों के बीच विपक्षी एकता के मुद्दे को लेकर कोई राजनीतिक बात ही नहीं हुई। दोनों ने राजनीतिक चर्चाओं को विराम देते हुए बताया कि बिहार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ओडिशा दौरा किसी और कारण से था। नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी थे। मीडिया से बातचीत के दौरान दोनों ने कहा कि हमलोगों की पुरानी मित्रता है। हमलोगों ने सालों पहले एक साथ काम भी किया है। विपक्ष एकता को लेकर कोई आज कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई है। पुरी में बिहार सरकार को बिहार भवन बनाने के लिए उड़ीसा सरकार मुफ्त जमीन दे रही है।

सीएम नीतीश कुमार 11 मई को मुंबई जाएंगे

सूत्रों की मानें तो सीएम नीतीश कुमार 11 मई को मुंबई जाएंगे। उनकी योजना गुरुवार को मुंबई में एनसीपी के मुखिया शरद पवार और शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात करने की है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद इस माह के तीसरे सप्ताह में पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाने की भी योजना है। नीतीश कुमार शरद पवार और उद्धव ठाकरे को बिहार में होने वाली बैठक के लिए आमंत्रित भी कर सकते हैं। यह बैठक सीएम नीतीश कुमार बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अनुरोध पर कर रहे हैं। दरअसल, सीएम नीतीश जब बंगाल गए थे तो वहां ममता बनर्जी ने उनसे पटना में विपक्षी एकता को लेकर एक बैठक करने को कहा था। हाल में सीएम नीतीश कुमार ने पटना में विपक्ष एकता को लेकर बैठक करने की अपील की।