बिलासपुर : कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देश पर जिले के सभी राजस्व निरीक्षकों एवं हल्का पटवारियों के लिए राजस्व कार्यशाला का आयोजन आज सिंचाई विभाग के प्रार्थना भवन में किया गया। कार्यशाला में स्वामित्व योजनांतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि का सर्वेक्षण कर काबिज लोगों को स्वामित्व अधिकार दिलाये जाने हेतु नक्शा तैयार करने, के एम एल फाइल तैयार करने, चूना मार्किंग, ड्रोन सर्वे, सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा मैपिंग की प्रक्रिया का विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया। अतिरिक्त कलेक्टर रामाधारी कुरुवंशी ने सभी राजस्व निरीक्षक एवं हल्का पटवारियों को राजस्व मामलों के उचित निराकरण हेतु समय पर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, उचित सीमांकन करने तथा आम जनता के कार्यों के निपटारे में तीव्रता लाने के निर्देश दिए गए। प्रदेश में फसल उत्पादन की सही गणना के लिए फसल कटाई प्रयोग हेतु ऑनलाइन निर्धारित एप से त्रुटिरहित फसल कटाई प्रयोग में रैंडम नंबर के माध्यम से प्लाट का चयन, प्लाट के साइज का निर्धारण सहित मौके पर आने वाली समस्याओं का समाधान बारीकी से बताया गया।

राज्य शासन अनवरत राजस्व मामलों में उत्पन्न विवाद को कम करने हेतु प्रयासरत है जिसमे जिओ रेफरेंस के माध्यम से सभी ग्रामों में विवादमुक्त स्थल का चयन कर उन्हें ऑनलाइन नक्शे से मिलान की प्रक्रिया की जा रही है, उसके लिए भी विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। अधीक्षक शशिभूषण सोनी ने पूरे प्रशिक्षण सत्र में दोनों ओर से प्रश्नोत्तर शैली में प्रशिक्षण सह परिचर्चा को अत्यंत प्रभावशाली बनाया जिससे सभी को प्रसन्नता हुई। गौरतलब है कि अतिरिक्त कलेक्टर रामाधारी कुरुवंशी के मार्गदर्शन में अधीक्षक भू-अभिलेख शशिभूषण सोनी, विषय विशेषज्ञ सहायक अधीक्षक बी.एस. कंवर, ऋचा गुप्ता, एस. के. पाठक, राजस्व निरीक्षक अशोक कुमार सोनी, होमेश्वर सिंह, तकनीकी सहायक खुमान बिहारी राजपूत और मनीष तिवारी की टीम ने यह प्रशिक्षण दिया।

बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से ईश्वर कुमार की रिपोर्ट