गुजरात विधानसभा का चुनाव 2 चरणों में होगा। पहला चरण एक दिसंबर और दूसरा चरण 5 दिसंबर को होगा।गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं। जिसमें साल 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 99 सीट जीतकर लगातार छठी बार सत्ता हासिल की थी, जबकि कांग्रेस ने 77 सीट पर कब्जा किया था। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के चुनाव दो चरण में एक और पांच दिसंबर को होंगे और वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी।

गुजरात के जगंलों में रहता है केवल 1 वोटर, जिसके वोट के लिए जायेगी 15 अधिकारियों की टीम, सुबह से शाम तक बूथ पर रहेगी। गुजरात विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। राजनैतिक दलों ने विजयी पताका फहराने के लिए तौयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी हैं और जिन्होंने नहीं की वे आने वाले दिनों घोषणा कर देंगी। देश के प्रत्येक राज्य, जिले गांव और कस्बों में चुनाव कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होती है। चुनावी दिनों में जब तक चुनाव संपन्न नहीं हो जाते तब तक चुनाव आयोग ही सब काम-काज देखता है।

वोटिंग वाले दिन चुनाव बूथ बनवाना और वहां वोटिंग की प्रक्रिया संपन्न करवाना भी आयोग की ही जिम्मेदारी होती है। जाहिर सी बात है कि गुजरात में भी आयोग की ही जिम्मेदारी बनती है। जिसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। देश की बेहतरी और स्वस्थ लोकतंत्र के लिए प्रत्येक वोटर और उसका वोट कीमती होता है। इसी ध्येय को मानते हुए चुनाव आयोग गुजरात के गिर जंगल में रह रहे मात्र एक मतदाता के लिए मतदान केंद्र बनवा रहा है। केवल एक मतदाता के लिए मतदान केंद्र बनवाएगा आयोग चुनाव आयोग ये मतदान केंद्र जूनागढ़ में स्थित गिर जंगल के बाणेज नाम की जगह पर होगा। यहां एक मंदिर है। जिसके पुजारी जंगल में ही रहते हैं। मतदान केंद्र भी उन्हीं पुजारी के लिए बनाया जा रहा है। यहां मतदान कराने के लिए 15 अधिकारियों की टीम भेजी जाएगी। ये टीम सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक बूथ पर रहेगी। यह देश का इकलौता मतदान केंद्र है, जहां सिर्फ एक ही वोटर वोट देता है। 2002 से अब तक यहां के पुजारी भरतदास दर्शनदास के लिए यह मतदान केंद्र बना करता था, लेकिन 2019 में उनका निधन हो गया। अब उनकी जगह महंत हरिदास ने ले ली है। इसलिए अब यह मतदान केंद्र महंत हरिदास के लिए खासतौर पर बनाया जाएगा। यहां पहले चरण में यानी एक 1 दिसंबर को वोटिंग होनी है।