पटना : बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है I गोपालगंज और सीतामढ़ी में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है I इस घटना के बाद महागठबंधन की सरकार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं I जहां विपक्ष ये कह रहा है कि इस घटना ने ये साबित कर दिया है कि राज्य में किस तरह की शराबबंदी कानून लागू है I बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है I उन्होंने ये आरोप लगाया है कि बिहार पुलिस शराब माफियों से मिली हुई है I

मौत के कारणों को छुपाने में लगी पुलिस

उन्होंने कहा कि यही वजह है कि पुलिस मौत के कारणों को छुपाने में लगी हुई है और ये कहा जा रहा है कि सभी की मौत किसी बीमारी से हुई है I उन्होंने कहा है कि अब तक राज्य में 8.67 लाख लीटर शराब जब्त किये गए हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि इससे दस गुणा ज्यादा की आपूर्ति बिहार में की जा रही है I उन्होंने सभी मृतक के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये देने की बात कही है I

बीजेपी नेता ने कह दी ये बात 

वहीं, गोपालगंज में पांच लोगों की संदिग्ध स्थिति में हुई मौत के बाद बहरामपुर गांव में बिहार बीजेपी के प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी भी पहुंचे I इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है I बिहार सरकार और प्रशासन शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के बजाय बचाने में लगी है I मिथिलेश तिवारी ने कहा कि कुछ महीनों की बात है, सरकार चली जायेगी और जब हमारी सरकार बनेगी जिस तरह से यूपी में बीजेपी की सरकार माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम कर रही है I उसी तरह में बिहार में बीजेपी की सरकार आने पर माफिया या तो जेल के अंदर रहेंगे या जमीन के अंदर होंगे I किसी को भी नहीं बख्शा जायेगा, लेकिन इस घटना ने सरकार के सारे दावों को फेल कर दिया है I एक तरफ तो सरकार इस कानून पर गर्व करते हुए नजर आती है और दूसरी ही तरफ इस कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है I