झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त कर दिया है। इसके अलावा इंद्रसेना रेड्डी नल्लू को त्रिपुरा का राज्यपाल बना दिया गया है। राष्ट्रपति कार्यालय से इसे लेकर आधिकारिक सूचना जारी कर दी गई है। बड़ी बात ये है कि दोनों रघुवर दास और इंद्रसेना रेड्डी बीजेपी के बड़े नेता हैं, लंबे समय से राजनीति में सक्रिय भी चल रहे हैं।

रघुवर दास के सियासी सफर पर एक नजर
टाटा स्‍टील के कर्मचारी से झारखंड के मुख्‍यमंत्री तक रह चुके रघुबर दास का सियासी सफर बेहद दिलचस्‍प रहा है I साल 1995 में जब भाजपा ने जमशेदपुर (पूर्व) विधानसभा सीट से उन्हें टिकट दिया था तो कई लोगों ने पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए थे I सियासी मैदान में उनके खिलाफ कांग्रेस के दिग्गज नेता केपी सिंह और भाजपा के बागी दीनानाथ पांडेय थे I फिर भी सभी को चौंकाते हुए रघुवर दास ने जीत का परचम लहराया था I साल 2000 के विधानसभा चुनाव में रघुवर दास ने एक बार फिर केपी सिंह को 47,963 मतों से शिकस्‍त देकर अपनी राजनीतिक कौशल का परिचय दिया I मूल रूप से रघुवर दास छत्‍तीसगढ़ के रहने वाले हैं, हालांकि उनका जन्‍म 3 मई, 1955 को जमशेदपुर में हुआ I चार बार विधायक रह चुके रघुबर दास 30 दिसंबर 2009 से 29 मई 2010 तक उपमुख्‍यमंत्री रह चुके हैं I रघुवर दास 2014 से 2019 तक झारखंड के मुख्यमंत्री थे I उन्हें पहला गैर आदिवासी सीएम होने का तमगा मिला था।

ओडिशा के नए राज्यपाल को लेकर कहा जाता है कि झारखंड में बीजेपी का जो भी विस्तार हुआ है, उसमें दास की भूमिका सबसे ज्यादा रही है। अपने कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने बीजेपी को जमीन पर काफी मजबूत करने का काम किया था। सीएम बनने से पहले भी झारखंड में बनी बीजेपी की कई सरकारों में रघुवर दास को कई अहम मंत्रालय संभालने का मौका मिला।

कौन हैं इंद्र सेना रेड्डी नल्लू ?

इंद्रसेना रेड्डी नल्लू की बात करें तो वे तेलंगाना से आते हैं और बीजेपी के कद्दावर नेताओं में उनका नाम शुमार रहता है। वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं I वह पहले पार्टी की संयुक्त राज्य इकाई के अध्यक्ष थे I इंद्र सेना रेड्डी पहली बार 1983 में 33 साल की उम्र में विधायक बने थे I कुल मिलाकर वह 3 बार विधायक चुने जा चुके हैं I 1985 में हैदराबाद के मलकपेट से और 1999 में वह फिर से विधायक चुने गए थे I राष्ट्रपति कार्यालय से जो जानकारी आई है, उसके मुताबिक उन्होंने पूर्वोत्तर के त्रिपुरा राज्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है।