दरभंगा में डीएमसीएच में आयोजित शिशु रोग विशेषज्ञों के लिए आयोजित कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई शराब पार्टी की वीडियो वायरल होने के बाद दरभंगा पुलिस हड़कत में आई। एसएसपी अवकाश कुमार के निर्देश पर सदर डीएसपी अमित कुमार गठित टीम ने डीएमसीएच में छापामारी की है। इस दौरान पुलिस ने गेस्ट हाउस से तीन बोतल शराब भी बरामद किया है। वहीं वीडियो में दिखाई पड़ रहे डॉक्टरों की भी पहचान कर उनकी भी तलाशी की जा रही है।
दरभंगा पुलिस डीएमसीएच के अन्य जगहों की भी तलाशी लेने में लगी हुई है। फिलहाल पूरे डीएमसीएच परिसर भारी मात्रा में पुलिस की तैनाती की गई है। इस पूरे मामले पर जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि मैं पहले से कहा रहा हूं कि डीएमसीएच से शराब का धंधा होता है। यहां से रसूखदार लोगों के बीच महंगा शराब परोसा जाता है। मैंने करीब दो से तीन वर्ष पहले ही कहा था जब हम गिरफ्तार होकर इलाज के लिए भर्ती थे। उसी दौरान कहा था कि वहां से कई तरह धंधे यानी कि शराब, सबाब और कबाब परोसने का अड्डा है। उन्होंने कहा कि शराब से न कोई घर बचा है और न कोई आदमी बचा है।
डॉक्टर खुद दूसरों की जिंदगी का सौदा कर रहे हैं
पूर्व सांसद ने कहा कि डीएमसीएच में इतने बड़े शोध कार्य के किये गए आयोजन में बाहर से आये डॉक्टरों के बीच सेमिनार के बीच शराब परोसे गए हैं। डॉक्टरों का सम्मान होना चाहिए। लेकिन आज के वीडियो में दिख रहा है कि दूसरों को जिंदगी देने वाले डॉक्टर खुद दूसरों की जिंदगी का सौदा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा सभी डॉक्टर ऐसे नहीं हैं लेकिन सिर्फ दस प्रतिशत ही सही में डॉक्टर हैं। सरकार से मांग करते हुए कहा कि इन सभी डॉक्टर पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तार किया जाय।
तलाशी के दौरान तीन बोतल शराब बरामद की गई
डीएमसीएच में छापामारी करने आये सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गेस्ट हाउस में कुल पांच कमरे है। जिसमें नीचे वाले तल्ले के एक रूम की तलाशी के दौरान तीन बोतल शराब बरामद की गई। गेस्ट हाउस के केयर टेकर से पूछ ताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि ऊपर के कमरे में एक सीनियर डॉक्टर मौजूद थे जो आज ही शाम को आये वह पीएमडीएच में तैनात है। उनके कमरे से कोई भी आपत्तिजनक सामन नही बरामद हुआ है। आगे उन्होंने कहा कल डीएमसीएच में हुई एक पार्टी का वीडियो वायरल हुआ था जिसमे शराब का सेवन किया गया था। इसके सत्यापन के लिए आया था। वीडियो से चेहरे से पहचान की जा रही है। उचित पहचान होने के बाद समुचित कार्रवाई की जाएगी।बिहार में ग़रीबों के शराबबंदी का अलग क़ानून है और DMCH के प्रिंसिपल और डॉक्टरों के लिए अलग क़ानून है क्या? दरभंगा में पेडिकॉन कांफ्रेंस में शराब परोसी जा रही थी। डॉक्टर लोग लुत्फ़ उठा रहे थे, प्रशासन सोई हुई थी, आख़िर कब तक यह चलेगा?