पटना : बिहार नेत्रहीन परिषद का सम्मेलन दो सत्रों में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ जमाल रोड पटना के सभागार में संपन्न हुआ I प्रथम सत्र का उद्घाटन बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक के द्वारा किया गया I उद्घाटन करते उन्होंने दिव्यांगों की सभी मांगों को उचित बताया I सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में राजेंद्र प्रसाद सेवा निवृत न्यायाधीश पटना उच्च न्यायालय थे, उन्होंने कहा कि सरकार की रवैया दिव्यांगजनों के प्रति सकारात्मक नहीं है, इन्हें पेंशन एक सहयोगी को ध्यान में रखते हुए प्रतिमाह (400) के स्थान पर 50000 , देने पर बल दिया I
बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कहा कि प्रत्येक ज़िला में एक नेत्रहीन विद्यालय की स्थापना की जानी चाहिए। दृष्टि-दिव्यांगों के लिए उच्च शिक्षा और तकनीकी की व्यवस्था की जानी चाहिए। पेंशन की राशि तीन हज़ार से कम नहीं होनी चाहिए। विशिष्ट तिथि के रूप में श्री रामलाल खेतान पूर्व अध्यक्ष बिहार उधोग संघ,पटना उपस्थित थे अतिथियों का स्वागत परिषद के अध्यक्ष डॉ परमेश्वर प्रसाद ने किया I परिषद की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए परिषद के महासचिव डॉ नवल किशोर शर्मा ने परिषद द्वारा संचालित परियोजनाओं की जानकारी दी तथा सरकार से नेत्रहीन सहित दिव्यांगों के कल्याणार्थ के लिए निम्न मांगे की I जिसमें राजकीय नेत्रहीन विद्यालय पटना एवं दरभंगा को (10+2) का दर्जा दिया जाए , विकलांग अधिनियम के आलोक में स्टेट डिसेबिलिटी बोर्ड का गठन शीघ्र किया जाए , नि:श्क्तता आयुक्त के पद पर अनुभवी दिव्यांग व्यक्ति को प्राथमिकता के आधार पर नियुक्त किया जाए , दिव्यांगों को पेंशन की राशि को 400 से बढ़कर प्रतिमा ₹3000 किया जाए , पिछले 10 वर्षों से विकलांग छात्रों की बंद छात्रवृत्ति शीघ्र चालू किया जाए आदि ।
सम्मेलन में आगामी दो वर्षों के लिए 29 सदस्य कार्यकारिणी समिति तथा पदाधिकारी का चुनाव किया गया , जिसमें महासचिव के पद पर निवर्तमान महासचिव डॉ नवल किशोर शर्मा , अध्यक्ष के पद पर डॉ रामेश्वर प्रसाद , उपाध्यक्ष के पद पर रामलाल खेतान , सुदामा मिश्र संजय कुमार एवं सचिव के पद पर रघुनाथ प्रसाद सिंह वहीं कोषाध्यक्ष के पद पर रंजना कुमारी सिंह को चुना गया I आयोजित सम्मेलन में धन्यवाद ज्ञापन रघुनाथ प्रसाद सिंह ने किया तथा मंच का संचालन बिहार विकलांग अधिकार मंच के राज्य सचिव एवं परिषद के आजीवन सदस्य राकेश कुमार ने किया !