मुजफ्फरपुर : गन्ना किसानो के ज्वलंत सवालों तथा राज्य स्तरीय संगठन बनाने को लेकर गणगौर विवाह भवन, मिठनपुरा, मुजफ्फरपुर में बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में सभी चीनी मिल क्षेत्र के गन्ना किसानों के प्रतिनिधियों का एक कन्वेंशन आयोजित किया गया। कन्वेंशन में विषय प्रवेश संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा उतर बिहार के अध्यक्ष डा आनन्द किशोर ने कराया। कन्वेंशन में बगहा, हरिनगर, सिधवलिया, रीगा, गोपालगंज, लौरिया, मोतीपुर, मुजफ्फरपुर क्षेत्र के गन्ना किसान साथियों ने अपना विचार रखा। सभी किसानो ने गन्ना पेराई शुरू होने के बावजूद बिहार सरकार द्वारा गन्ना मूल्य घोषित नही किये जाने पर सरकार की निन्दा की तथा किसानों के बढते लागत के आलोक मे 6 सौ रू क्विंटल गन्ना मूल्य घोषित करने की बिहार सरकार से मांग कीI

रीगा चीनी मिल के संबंध में कहा गया कि रीगा चीनी मिल की बिक्री हो चुकी है। राज्य सरकार नये सत्र में रीगा चीनी मिल चालू कराने तथा किसानो के बकाये 52करोड रू गन्ना मूल्य के भुगतान की शीघ्र व्यवस्था करे। बंद चीनी मिल की सम्पति का आबंटन किसी दूसरे कंपनी को नही कर उसपर चीनी मिल को पुनर्जीवित किया जाए। कन्वेंशन ने प्रस्ताव किया कि राज्य के सभी बंद चीनी मिल को चालू कराने हेतू सरकार विशेष जांच टीम गठित करे जो बंद चीनी मिल कैसे चालू हो इस पर शीघ्र अपनी रिपोर्ट सरकार को दे तथा सासा मूसा तथा गोपालगंज चीनी मिल के पास किसानो के गन्ना मूल्य के बकाये का शीघ्र भुगतान सुनिश्चित कराया जाए।

गन्ना किसानो के ज्वलंत सवालों पर शीघ्र मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल के मिलने का निर्णय लिया गया। सभी मिल क्षेत्र के साथियों से विमर्श के बाद “बिहार राज्य गन्ना किसान मोर्चा, बिहार” का गठन किया गया। कन्वेंशन मे बिहार राज्य गन्ना किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी 72 घंटे के महापड़ाव के पटना कार्यक्रम का पुरजोर समर्थन किया गया। गोपालगंज से राघव मिश्र, सीतामढी से जयप्रकाश राय, जलंधर यदुबंशी, रामसागर ठाकुर, योगेन्द्र यादव, मोतीहारी से रामचन्द्र प्रसाद, पश्चिमी चम्पारण से राधामोहन यादव, मुजफ्फरपुर से चन्देश्वर चौधरी, रामकिशोर झा, अरूण ठाकुर, मो इदरीश, अजीत कुमार, काशीनाथ सहनी, पूर्वी चम्पारण रूप लाल कुशवाहा सहित 16 किसान नेताओ ने अपना विचार रखा।सभी मिल क्षेत्र से 25 सदस्यों की प्रदेश स्तरीय समिति बनाई गई ।