पटना : बेगूसराय गोलीकांड पर दिखावा करने वाले बीजेपी के नेताओं पर जनअधिकार पार्टी (जाप) के सुप्रिमो पप्पु यादव ने जमकर हमला बोला। पटना में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सरकार पर सवाल उठाने वाले बीजेपी के नेताओं की हत्यारों के खिलाफ बोलने की ताकत क्यों नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कांड में जिस लुस्की का नाम आ रहा है उसका केंद्रीय मंत्री और बाजेपी के कुछ नेताओं से संबंध रहे हैं। इसकी जांच हो, तो सबकुछ साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधी की कोई जात नहीं होती और अपराध को संरक्षण देने वाले नेता की कोई जमीर नहीं होती है। आप राजनीति कीजिए और जरूर कीजिए लेकिन बिहार को बदमान मत कीजिए। मृतक और घायलों के परिजन से मिलने बेगूसराय रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि ये लम्बी-लम्बी बात करने वाले नेता हैं। मौका देखकर घड़ियाली आंसू बहने वाले नेता हैं। इनसे कुछ होने वाला नहीं है। पप्पु यादव ने कहा कि जो लोग ये कह रहें हैं कि अपराधी साइको था तो उन्हें मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि दो मोटरसाइकिल पर सवार चारों के चारों अपराधी साइको नहीं हो सकते। ये पूरी तरह से बेखौफ अपराधी है। इसी ने पटनासिटी में दो घंटे तक गोलियां चलाकर तीन लोगों की जान ले ली थी। किसी को इसकी खबर क्यों नहीं है और कैसे ये खुलेआम सड़कों पर कत्लेआम मचा रहा है। ये कुछ नेताओं के संरक्षण में रची जा रही साजिश है जिससे बिहार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पिछले तीन महीनों में पटनासिटी में 11 हत्याएं हुईं। क्या नंदकिशोर यादव कहीं गए। आजतक नहीं गए। नित्यानंद राय के क्षेत्र का भी यही हाल है। बेगूसराय में तीन-तीन, चार-चार मुखिया की हत्या हुई। 11 व्यवसाइयों की हत्या हुई। गिरीराज सिंह कहीं नहीं गए। सभी घटनाओं में पप्पू यादव पीड़ित परिजनों के साथ खड़ा रहा। पप्पु यादव ने सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि घटना को लेकर सरकार ने तत्परता नहीं दिखाई। सिर्फ निलंबन से काम नहीं बनने वाला है। यूपी के तर्ज पर अपराधियों पर बुल्डोजर चलाइये। चाहे वह अपराधी नेता-मंत्री-विधायक हो या उसका संबंधि या किसी जाति-धर्म से जुड़ा व्यक्ति। पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है कि क्या मजबूरी है कि प्रभारी से लेकर एसपी-कलक्टर तक को नहीं बदला जा रहा है। मैं निवेदन करता हूं कि शासन को पटरी पर लाना है तो राजविंदर सिंह भट्टी को डीजी बनाइये। उन्होंने मांग की कि केंद्रीय मंत्री और पूर्व विधायकों के मोबाइल की जांच कराएं। मंत्रीमंडल में अपराधी छवि के नेताओं को बाहर निकालिए।एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो के कार्यकाल में हुई बड़ी आपराधिक घटनाएंवैशाली में आईपीएस ढिल्लो का तबादला 28 अप्रैल 2018 को हुआ था। लेकिन इन्होंने 28 अप्रैल को अपना योगदान दिया था। इनके कार्यकाल में कई बड़ी आपराधिक वारदात हुई। जो निम्न हैं– 07 मई 2018 को भगवानपुर में शिक्षक राधेश रंजन की गोली मार कर हत्या।- 14 मई 2018 को महुआ में महुआ- हाजीपुर मुख्यमार्ग पर बैजनाथपुर में यूनियन बैंक की शाखा से दस लाख रुपये की लूट।- 15 मई 2018 को औद्योगिक थाना क्षेत्र में एनएच 19 पर पासवान चौक पर करणी सेना के जिलाध्यक्ष और चर्चित मार्बल व्यवसायी सुशील सिंह की गोली मार कर हत्या। हत्या के बाद अगले दिन शहर में हुआ बवाल।- 01 जून 2018 को बिदुपुर के मजलिसपुर में दो व्यक्तियों की गोली मार कर हत्या।- 13 अगस्त 2018 को जंदादा के प्रखंड प्रमुख मनीष साहनी की प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित उनके कार्यालय के नजदीक बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद जंदाहा में भारी बवाल, तोड़फोड़ और हंगामा शांत करने के लिए पुलिस ने की फायरिंग। पुलिस फायरिंग में जंदाहा के हीं दुलौर गांव के रहने वाले गुलशन की हुई थी मौत, पुलिस फायरिंग में कई हुए थे घायल।- 23 अगस्त 2018 को बिदुपुर थाना क्षेत्र के पानापुर चौक पर शिक्षक राजन रजक का हाथ पैर बांध कर अपराधियों ने गोली मार कर की हत्या।- 03 सितंबर 2018 को नगर थाना क्षेत्र के एसडीओ रोड में शहर के चर्चित प्रापर्टी डीलर और ऑटो स्टैंड संचालक संजीव कुमार सिन्हा की गोली मार कर हत्या।- 21 सितंबर 2018 को नगर थाना के मस्जिद चौक पर मोहर्रम के दिन अपराधियों ने दो युवकों को मारी गोली। एक युवक की इलाज के दौरान मौत के बाद शहर में भीषण सांप्रदायिक तनाव। डीएम राजीव रौशन के नेतृत्व में अधिकारियों ने किया था फ्लैग मार्च, पुलिस ने फायरिंग कर हालात संभाला था।- 10 नवंबर 2018 को सदर थाना क्षेत्र में एक छात्रा के सर में गोली मार कर हत्या।- 12 नवंबर 2018 को नगर थाना क्षेत्र के हथसारगंज में गैस एजेंसी के दो कर्मियों को गोली मार कर अपराधियों ने लूटा 09 लाख 40 हजार रुपये।- 20 दिसंबर 2018 को सूबे के चर्चित व्यवसायी, भाजपा के युवा नेता और पटना के रहने वाले गुंजन खेमका की औद्योगिक थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र स्थित व्यवसायी के फैक्ट्री के गेट पर अपराधियों ने गोली मारकर की हत्या। सूबे में इस हत्याकांड के बाद सरकार की हुई थी काफी किरकिरी।- 28 दिसंबर 2018 को जंदाहा के महिसौर में पानी व्यवसायी ऋषिकेश झा की नक्सलियों ने घर से खींच कर गोली मारी, मौके पर मौत। घटना को अंजाम दे कर वापस जा रहे नक्सलियों ने दो किसानों का किया अपहरण।- 13 जनवरी 2019 को जंदाहा के महिसौर में अपहृत किसानों में से एक का शव 12 जनवरी तो दुसरे का 13 जनवरी को कुख्यात नक्सली अमरनाथ साहनी के बोरिंग के पास खेत में दबा मिला शव। दोनों किसानों की हत्या कर शव जमीन में गाड़ दिया था नक्सलियों ने।- 16 मार्च 2019 को महनार के बहलोलपुर दियारे में एसटीएफ का अपराधियों के साथ एनकाउंटर, तीन कुख्यात मनीष सिंह, मो अब्दुल अमान उर्फ तिवारी और मो अब्दुल इमाम की मौत। मौके से एसटीएफ ने दो एके 47 और एक बरेटा पिस्टल सहित कई हथियार और गोली बरामद किया था।- 22 अप्रैल 2019 को गोरौल थाना के करौना गांव में बेलसर प्रखंड के राजद प्रखंड अध्यक्ष के बेटे की गोली मार कर हत्या।- 23 मई 2019 को हाजीपुर व्यवहार न्यायालय में पेशी के लिए आए विचाराधीन कैदी मनीष तेलिया और दो हवलदारों को अपराधियों ने मारी गोली। गंभीर स्थिति में चला इलाज।- 26 मई 2019 को मुजफ्फरपुर के भाजपा सांसद अजय निषाद के नगर थाना क्षेत्र के हथसारंज स्थित गैस गोदाम से साढ़े 16 लाख की लूट।- 27 मई 2019 को कटहरा में स्वर्णाभूषण दुकान से 26 लाख रुपये मूल्य के सोना चांदी के आभूषण की लूट।- 24 जून 2019 को महनार के समस्तपुर से पुलिस के नक्सलियों के साथ एनकाउंटर दो नक्सलियों को लगी गोली।- 02 जुलाई 2019 को सदर थाना के दिघ्घी में चर्चिच प्रॉपर्टी डीलर मुकेश सिंह को अपराधियों ने मारी गोली। पटना में इलाज के दौरान अगले दिन हुई मौत।