बेगूसराय : कई बार जिस घर में शहनाई बज रही हो, वहां से मौत की मनहूस खबर लिखनी पड़ती है। लेकिन, इस बार ऐसे ही एक घर में तीन की हत्या की खबर है। हत्यारा दूल्हे का भाई है। वह भाई, जिसने अपनी एक भाभी की बहन से प्यार का ढोंग किया। फिर जब उसी के साथ एक कमरे में बंद पाए जाने पर लोगों ने बीच का रास्ता निकालते हुए शादी करा दी तो उसे रखने से इनकार कर दिया। उम्मीद से उलट 15 लाख दहेज मांगे। जब वह भी पूरा करने परिवार पहुंचा तो पत्नी, उसके भाई और ससुर की जान ले ली। बेगूसराय में शनिवार की रात हुए तिहरे हत्याकांड की खबर से हर कोई हैरान है I रिश्ता बनाने से पहले नीयत जानना कितना जरूरी है।
एक दिन अचानक दोनों कमरे में पकड़े गए
कहानी की शुरुआत करने से पहले मरने वालों की पहचान जान लेते हैं। मरने वालों की पहचान उमेश यादव (60), उनका बेटा राजेश कुमार (25) और नीलू कुमारी (20) के रूप में हुई। दिलदहला देने वाली वारदात के बाद पीड़ित परिवार का कहना है कि उमेश यादव की एक बेटी लूसी की शादी आरोपी हिमांशु यादव के चचेरे भाई लल्लन कुमार यादव से हुई थी। शादी के बाद नीलू भी कभी-कभी अपनी बहन के घर आकर रहती थी। इसी बीच हिमांशु अपने चचेरे भाई के घर बराबर आने लगा। इसी दौरान हिमांशु ने अपने प्रेमजाल में नीलू को फंसा लिया। एक दिन अचानक दोनों कमरे में पकड़े गए। ग्रामीणों ने दोनों की मर्जी से उनकी शादी करवा दी।
दहेज के रूप में मांगे 15 लाख रुपये
इसके बाद हिमांशु, नीलू को अपने साथ घर में रखने से इनकार करने लगा। इस मामले को लेकर पिछले डेढ़ साल से विवाद चल रहा था। पीड़ित पक्ष का कहना है कि प्रेम विवाह के बावजूद हिमांशु और उसके परिवार वाले 15 लाख रुपये दहेज के रूप में मांगने लगे। किसी तरह 15 लाख रुपया जमा भी हो गया। पीड़ित पक्ष को जानकारी मिली थी कि हिमांशु के बड़े भाई की शादी रविवार को होने जा रही है। यह सोचा गया कि इसी बहाने उसकी लड़की भी उस घर मे रहने लग जाएगी। उमेश यादव अपनी बेटी को पहुंचाने बेटे के साथ ससुराल लेकर गए। पर, नीलू और उसके घरवाले को देखते ही हिमांशु आगबबूला हो गया। जब कोई कुछ समझ पाता हिमांशु ने नीलू, उसके पिता और भाई को गोली मार दी और फरार गया। अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है। एसपी ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।