पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बेगूसराय जिले के सिमरिया धाम में 114.97 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होनेवाले गंगा नदी के बायें तट पर सीढ़ी घाट एवं सौंदर्यीकरण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर कार्यारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मोक्षदायिनी माँ गंगा की पूजा-अर्चना कर उन्हें नमन किया। पुरोहितों द्वारा गंगा आरती की गई। जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पौधा, जबकि बेगुसराय जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया गया ।
कार्यारंभ के सुअवसर पर मुख्यमंत्री ने सिमरिया गंगा घाट का निरीक्षण भी किया। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने सिमरिया गंगा तट पर निर्मित होनेवाले सीढ़ी घाट एवं सौंदर्यीकरण कार्य, आवागमन मार्ग, गंगा नदी का बहाव आदि के संबंध में मुख्यमंत्री को मैप के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिमरिया तट पर गंगा नदी का फ्लो निरंतर बनी रहे और यहां श्रद्धालुओं को हर समय गंगा जल की उपलब्धता आसानी से हो, इसके लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। सिमरिया धाम काफी प्रसिद्ध और यह लोगों के आस्था का स्थल है। यहां सिर्फ स्थानीय लोग ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में उत्तर बिहार और नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसको ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी काम सुनिश्चित कराएं। आज कार्यारंभ किया जा रहा है, हम चाहते हैं कि यह काम जल्द से जल्द पूरा हो। इसके लिए जितने लोगों की आवश्यकता हो, उन्हें इस काम में लगाएं ताकि नवंबर 2024 में यहां श्रद्धालुओं द्वारा किये जानेवाले स्नान से पहले यह काम पूरा हो जाये। यहां श्रद्धालुओं को सभी मूलभूत सुविधाएं एवं सहूलियत उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जितने पैसे की जरूरत होगी, राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी।
जल संसाधन विभाग के इस योजना के तहत होनेवाले सौंदर्यीकरण कार्य के माध्यम से सिमरिया में राजेंद्र सेतु और निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के बीच में गंगा नदी के बायें तट पर आवश्यकतानुसार उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण और शीट पाइलिंग कराते हुए संपूर्ण कल्पवास क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सुविधाओं का निर्माण कराएगा। करीब 550 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट का निर्माण किया जाएगा। योजना में रिवर फ्रंट का विकास, स्नान घाट के पास चेंजिंग रूम का निर्माण, स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा व्यवस्था, गंगा आरती के लिए विनिर्दिष्ट स्थल का निर्माण, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप का निर्माण, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंडस्केपिंग, शौचालय परिसर, धर्मशाला परिसर, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, पाथ-वे एवं प्रकाशीय व्यवस्था का निर्माण शामिल है। इस काम के पूर्ण हो जाने पर सिमरिया गंगा घाट पर स्नान, मुंडन और धार्मिक अनुष्ठान के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं एवं साधु-संतों को काफी सहूलियत होगी।
इस अवसर पर वित्त वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, विधायक राम रतन सिंह, विधायक डॉ० संजीव कुमार, विधायक राजकुमार सिंह, विधायक कुंदन कुमार, विधायक सतानंद संबुद्ध, विधायक राजवंशी महतो, विधायक सुरेंद्र मेहता, विधान पार्षद मदन मोहन झा, विधान पार्षद राजीव कुमार, सचिव जल संसाधन संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, आयुक्त मुंगेर प्रमंडल संजय कुमार सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक बेगूसराय प्रक्षेत्र बाबू राम, जिलाधिकारी पटना चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी बेगूसराय रोशन कुशवाहा, वरीय पुलिस अधीक्षक पटना राजीव मिश्रा, पुलिस अधीक्षक बेगूसराय योगेंद्र कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, वरीय पदाधिकारीगण, जल संसाधन विभाग के अधिकारी / अभियंतागण एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
कार्यारंभ के पश्चात मुख्यमंत्री ने सिमरिया धाम स्थल पर सौंदर्यीकरण कार्य के शिलान्यास के पश्चात् पत्रकारों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो बहुत दिन से सोच रहे थे कि इसका निर्माण कार्य जल्द पूर्ण हो। यहां भक्त और पर्यटक दूर-दूर से आते हैं, उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसको ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है। इस स्थान पर आस पास के रहने वाले लोग ही नहीं बल्कि दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। अंतिम संस्कार के लिए जो लोग यहां आते हैं उन्हें उस स्थल तक जाने के लिए अलग से रास्ता होगा ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। अगले साल जून तक इस काम को पूरा करें। निर्माण पूरी होने के बाद श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। यहां आने वाले लोगों सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा उसके लिए भी सारी व्यवस्था की जाएगी। सिमरिया घाट के विकसित किए जाने के बाद यहां का नजारा बदल जाएगा। जून, 2024 से पहले काम पूरा करने का टारगेट तय है। सौंदर्यीकरण कार्य में राशि की कमी नहीं होगी। हरिद्वार की तर्ज पर सिमरिया धाम विकसित होगा ।