रीगा : संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, रीगा के तत्वावधान में बडी संख्या में किसान-मजदूरों ने खाद की कालेबाजारी, विस्कोमान में नैनो यूरिया लेने का दबाव तथा सर्वे, दाखिल-खारिज, परिमार्जन तथा जमाबंदी में भ्रष्टाचार को लेकर रीगा प्रखंड पर प्रदर्शन तथा घेराव किया। बड़ी संख्या में जुटेआक्रोशित किसान-मजदूरों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा किसान-मजदूरों से जुडी योजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बडे आन्दोलन की चेतावनी दी।

मोर्चा नेताओं ने प्रखंड तथा अंचल अधिकारी को एक 13 सूत्री ज्ञापन सौंपा जिसमें हथिया की वर्षा तथा मनुष्मारा नदी की बाढ से फसल क्षति का मुआबजा, मनरेगा को कृषि से जोड़कर मजदूरी 6 सौ रू करने तथा दो सौ दिन काम की गारंटी, 60 वर्ष से अधिक के किसान-मजदूरों को 10 हजार मासिक पेंशन, एमएसपी सीटू + 50% पर कानून बनाने, गन्ना किसानो के बकाये का भुगतान करने, पिपरा चौर से जलनिकासी हेतू पुलिया निर्माण, सभी बंद राजकीय नलकूप तथा स्लूईश गेट चालू कराने, मनरेगा में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच कराने, प्रधान मंत्री आवास योजना मे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग की गई।

प्रखंड के मुख्य द्वार पर एक सभा अध्यक्ष पारसनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसे मोर्चा के वरिष्ठ नेता डा आनन्द किशोर ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रखंड अंचल में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ किसान- मजदूर आन्दोलन तेज करें मोर्चा सभी शिकायतों पर समाहर्ता से बात करेगा। मोर्चा नेता अमरेन्द्र राय ने कहा कृषि विभाग तथा पुलिस के तालमेल से उर्वरकों की तस्करी हो रही है तथा धान खरीद में भारी घोटाला है। प्रमुख किसान-मजदूर नेता शंकर मंडल, शशिधर शर्मा, अमरेंद्र राय, अबधेश यादव, कौशल किशोर सिंह,रामपुकार साह, चन्देश्वर चौधरी, श्याम बिहारी पंडित, अतुल बिहारी मिश्र, श्याम बिहारी पंडित, अशोक निराला,राम विनय कुशवाहा, रामनरेश झा ललन, प्रसाद, दिनेश सिंह,प्रमोद बिहारी मिश्र, अश्विनी मिश्र, बीरेन्द्र यादव, रामप्रसाद महतो, सरपंच राकेश मंडल, केशरीनन्दन सिंह, पवन कुमार, नरेन्द्र यादब, रामसुरेश तिबारी, हंसराज दास सहित अन्य ने संबोधित किया तथा कहा हमारा संघर्ष जारी रहेगा।