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सर्दियों में कभी भी आ सकता है Heart Attack, सिर्फ 7 रुपये की गोली से बच सकती है जान - News Bharat 24

हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा तब आता है जब हृदय को ब्लड पहुंचाने वाली कोशिकाओं में फैट बढ़ने लगता है और इससे खून का प्रवाह प्रवाहित होने लगता है। फैट या प्लाक अधिक जमा होने से ब्लड कोशिकाएं ब्लॉक हो जाती हैं और हृदय को पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं पहुंच पाता जिससे दिल का दौरा पड़ जाता है। वैसे तो दिल का दौरा किसी भी मौसम में पड़ सकता है लेकिन ऐसा माना जाता है कि सर्दियों में यह समस्या अधिक होती है। भारत में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में भारत में हार्ट अटैक से 32,457 लोगों की मृत्यु हुई। देश में सीवीडी से होने वाले मृत्यु दर प्रति 100,000 लोगों पर 272 है। भारतीयों में कम उम्र में भी हाई बीपी, डायबिटीज और आर्टरी कोरोनरी डिजीज के मामले बढ़ रहे हैं।

​हार्ट अटैक आने पर मौत का पूरा खतरा होता है। समस्या यह है कि इसके लक्षणों का बहुत पहले पता नहीं लग पाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप हार्ट अटैक आने के दौरान मरीज की थोड़ी सी मदद करके उसकी जान बचा सकते हैं।

कानपुर के लक्ष्मीपत सिंघानिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ कार्डियोलॉजी एंड कार्डिएक सर्जरी ने दिल के मरीजों के लिए एक जरूरी किट तैयार की है। इस किट का नाम ‘राम किट’ है। इस किट में तीन ऐसी दवाएं हैं जिन्हें अगर मरीज को हार्ट अटैक के दौरान दिया जाए तो उसकी जान बच सकती है।

हार्ट अटैक से बचावव के लिए ‘राम किट’

TOI की रिपोर्ट (ref) के अनुसार, छावनी अस्पताल के निदेशक डॉ। एस के पांडे ने बताया, ‘राम किट में तीन दवाएं शामिल हैं: इकोस्प्रिन (खून पतला करने वाली), रोसुवास्टेटिन (कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने वाली), और सॉर्बिट्रेट (दिल के बेहतर कामकाज के लिए)।

क्या काम करती हैं दवाएं

ये दवाएं दिल की बीमारी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को तुरंत राहत देने में मददगार हैं। राम किट उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी जिन्हें इमरजेंसी हेल्प की जरूरत है। यह जान भी बचा सकती है, क्योंकि सर्दियों में हार्ट डिजीज और स्ट्रोक के मामले बढ़ जाते हैं।

हार्ट अटैक से बचा सकती है ये किट

इस किट में मौजूद दवाओं में खून पतला करके, नसों के ब्लॉकेज को खोलकर और दिल के मरीजों को तेजी से राहत देकर जान बचाने की क्षमता है। डॉक्टर ने बताया कि 7 रुपये की मामूली कीमत वाली इस किट को गरीब से गरीब व्यक्ति को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

कब ले सकते हैं दवाएं

इस किट में दिल के दौरे के शिकार लोगों को दी जाने वाली तीनों दवाएं शामिल हैं। अगर कोई व्यक्ति दिल का दौरा या सीने में दर्द होने पर घर पर ही ये दवाएं ले लेता है। इससे मौत के खतरे को टाला जा सकता है। सीने में दर्द होने पर, मरीजों को किट में शामिल दवाएं लेनी चाहिए और सीधे पास के अस्पताल जाना चाहिए। इन दवाओं के बिना मरीज अस्पताल जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ सकते हैं। यह किट एक फर्स्ट ऐड ट्रीटमेंट के रूप में काम करती है।