पटना : बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2018 से प्रारंभ की गयी सतत जीविकोपार्जन योजना के अध्ययन हेतु इंडोनेशिया के विभिन्न प्रांतो से बिहार आए प्रतिनिधि तथा ब्रैक इंटरनेशनल के प्रतिनिधियों को श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी । इंडोनेशिया से आए प्रतिनिधियों का मुख्य सचिवालय स्थित सभागार में स्वागत करते हुए माननीय मंत्री ने उन्हें पुष्प, अंग वस्त्र एवं विश्वयविख्यात नालन्दा विश्वकविद्यालय का प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया । ज्ञातव्य हो कि इंडोनेशिया के 30 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का आगमन बिहार में चलाये जा रहे सतत जीविकोपार्जन योजना के अध्ययन हेतु I
दिनांक-28.11.2023 को गया में हुआ । सदस्यों ने गया, बोधगया एवं आसपास के क्षेत्रों में इस योजना के लाभुकों के साथ विमर्श किया तथा उनके जीवन शैली में हुए परिवर्तन के बारे में जाना । साथ ही इन प्रतिनिधियों ने बिहार में जीविका द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं की भी जानकारी ली तथा बिहार में वर्ष 2016 से पूर्ण शराबबंदी की प्रक्रिया, समाज पर उसका प्रभाव एवं सरकार द्वारा की जा रही ठोस कार्रवाई के संबंध में विचार विमर्श किया । मुख्य सचिवालय पटना स्थित सभागार में प्रतिनिधिमंडल में शामिल इंडोनेशिया पश्चिमी सुमात्रा के गवर्नर मेहियल्दी, सलाहकार श्री अरिजीत दत्ता, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव डॉ0 एन0 सरवन कुमार, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी राहुल कुमार एवं उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि हमारी सभ्यता एवं संस्कृति में अतिथि को देवता समान माना जाता है । आप हमारे यहाँ पधारे हैं भारत देश में आपने बिहार राज्य को चुना, आपने हमें सम्मान एवं स्वागत करने का अवसर प्रदान किया इसके लिए हम सभी आपका आभार प्रकट करते हैं । आप अतिथि हमारे भगवान, ईश्व र एवं देवता तुल्य हैं । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने वर्ष 2006 में जीविका परियोजना की शुरूआत की जिससे 1 करोड़ 30 लाख निर्धन परिवार लाभान्वित हो रहे हैं । समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों एवं गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले लोगों को समाज की मुख्य धारा में लाने का कार्य किया जा रहा है । इस प्रयास में हमें कामयाबी भी मिल रही है, जो लोग काम चाहते हैं उन्हें उत्साहित, प्रेरित एवं जानकारी देकर आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं ।
जीविका दीदियों के सलाह एवं मांग पर बिहार में प्रारंभ की गयी पूर्ण शराबबंदी से संबंधित विभागीय अधिसूचना पश्चिमी सुमात्रा प्रांत के गवर्नर ने यहाँ के पदाधिकारियों से लेकर उसके अनुवाद कराने की जिम्मेवारी अपने एक पदाधिकारी को देते हुए अपने प्रांत में भी शराबबंदी लागू करने की बात कही क्योंकि इन्होंने बोधगया के क्षेत्रों का परिभ्रमण कर पूर्व में ताड़ी एवं शराब के कार्य में संलग्न परिवारों से बातचीत कर सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत बिहार सरकार द्वारा उन्हें दी जा रही सहायता राशि को अन्य उद्योग में लगाने से उनके जीवन शैली में हुए साकारात्मक प्रभाव एवं बदलाव को नजदीक से जाना । माननीय मंत्री ने गवर्नर के इस निर्णय की काफी सराहना की तथा कहा कि शराबबंदी से समाज में व्याप्त कई कुरीतियों को भी समाप्त करने में मदद मिलती है ।
जीविका दीदी का इसमें काफी योगदान है । जीविका दीदी समाजिक कुरीतियों यथा-बाल विवाह, दहेज प्रथा के विरूद्ध अभियान चलाते हुए गरीबों को राशन कार्ड बनाने, आवास की सुविधा प्राप्त कराने, स्वास्थ्य सुविधा लेने, बीमा योजना से लाभान्वित होने एवं जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव को कम करने हेतु जल-जीवन-हरियाली योजना के कार्यान्वयन में मदद करती हैं । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बिहार में महिला सशक्तिकरण के लिए किया जा रहा कार्य अद्धितीय है ।