पटना : सैयद शमायल अहमद राष्ट्रीय अध्यक्ष प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से उनके निवास स्थान जमील कंपाउंड समनपुरा राजा बाजार में आज रमजान के पवित्र अवसर पर इफ्तार की दावत दी गई I जिसमें पटना शहर के 300 से अधिक प्रतिष्ठित शिक्षाविद, नामचीन हस्तियां, प्रशासनिक अधिकारी सहित विभिन्न पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने शिरकत की।
इस अवसर पर आजान होते ही 6 बजकर 8 मिनट पर सभी लोगों ने खजूर, फल एवं विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों से रोजा खोला I इस मौके पर मुख्य रूप से बिहार सरकार के आपदा प्रबंधक मंत्री मोहम्मद शाहनवाज आलम, पंचायती राज्य मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, पूर्व मंत्री एवं एमएलसी सययद शाहनवाज हुसैन, एमएलसी बबलू गुप्ता, एमएलए डॉक्टर शकील अहमद खान, एमएलए सैयद रुक उद्दीन, सीनियर आईपीएस ऑफिसर दिवेश सेहरा, सीनियर आईपीएस ऑफिसर विकास वैभव, प्राइवेट स्कूल सोशल एंड वेलफेयर एसोसिएशन के नेशनल एग्जीक्यूटिव मेंबर श्याम नारायण कुअर जी संयुक्त सचिव डॉ उमेश प्रसाद, कन्हैया प्रसाद अजमी बारी, सय्यद शाहजहा अहमद आसिफ अली खान, ताहिर अनीस, नियाज खान डॉक्टर फतेह राणा राहुल सिंह माशूक साहब भी मौजूद रहे I
इफ्तार पार्टी के आयोजक एवं एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने पवित्र माहे रमजान के इस इफ्तार पार्टी में आए हुए सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया एवं बरसों पुराने भाईचारगी एवं एकता के मिसाल को बखूबी बाकी रखा I रमजान का पाक माह इंसान को सच्चाई पर चलने की सीख देता है। इस महीने में अकीदतमंद रोजे और इबादत में मशगूल रहते हैं। इफ्तार में शामिल लोगों ने देश और प्रदेश में अमन चैन होने की दुआ मांगी।
इफ्तार के बाद मौलाना सज्जाद नदवी ने मगरिब की नमाज पढ़ाई और अपनी तकरीर में उन्होंने कहा की रोइस एक-दूसरों के दुख दर्द को समझने एवं मदद करने के लिए प्रेरित कर मानव कल्याण की अवधरण को साकार रूप देता है।
सर्वप्रथम मुसलमानों को रोजा रखकर भूख की सिद्दत को समझने का मौका दिया जाता है कि यह महसूस करो कि तुम्हारे वह भाई जो गरीब हैं, जिनके पास दो जून की रोटी नहीं होती है। उनका दु:ख-दर्द कैसा होता होगा? इसके बाद मुसलमानों को यह आदेश दिया गया कि यदि इस महीने में अपने माल का जकात (विशेष दान) दान में गरीबों को दोगे तो इसका पुण्य सत्तर गुना बढ़ा दिया जायेगा।
रोजे की पवित्रता से लोगों के मन इस कद्र पाक हो जाता है कि शाम होते ही रोजेदार रंग-बिरंगी टोपियॉ लगा कर अमीर-गरीब एवं छाटे-बड़े का भेद-भाव भूलकर एक साथ रोजा खोलने के लिए जमा होते हैं। ये नजारा इतना मनमोहक होता है, जिसे देखकर ऐसा लगता कि मानो अल्लाह ने खुद अपने हाथों से किसी बाग़ में रंग-बिरंगे फूलों को सजाया हो, जिसे देखकर दूसरे भी शन्ति का आभास कर आनंदित होते हैं।रोजेदार के बराबर का सवाब इफ्तार कराने वाले को भी मिलता है।
इस मौके पर मौजूद 300 से अधिक लोगों ने जमकर स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया एवं प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी इतना भव्य इफ्तार पार्टी का आयोजन करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित समाज अहमद को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी I इस मौके पर एसोसिएशन की राष्ट्रीय कार्यालय सचिव फौजिया खान आए हुए अतिथियों का स्वागत किया एवं स्पार्क अवसर पर शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया I