पटना : अखिल भारतीय अपराध विरोधी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर ने औरंगाबाद के नवीनगर की 16 वर्षीय श्रेया कुमारी जिसकाअपह्रण के बाद दुषकर्म कर हत्या के मामले मे पुलिस ने जिसे गिरफ्तार किया है उसे निर्दोष बताते हुए कांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
मोर्चा के प्रधान कार्यालय मे आयोजित संवाददाता सम्मेलन मे इसकी जानकारी देते हुए श्री राठौर ने कहा कि इस मामले मे सारी सच्चाई राष्ट्रपति प्रधानमंत्री राज्यपाल मुख्यमंत्री समेत आला अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया है। पत्र की कॉपी भी पत्रकारों को उपलब्ध कराया। संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव अशोक जैन, प्रदेश अध्यक्ष राहुल कुमार, सचिव कविता पाण्डे, संजय कुमार सिंह, संयुक्त सचिव रीना कुमारी व डॉली कुमारी भी उपस्थित थे।
श्री राठौर ने कहा कि 11 जून को अपहृत श्रेया की लाश 13 जून को क़रीब 50 /55किलोमीटर दूर रोहतास के इंद्रपुरी बैराज के नहर से बरामद किया। जनता के भारी दवाब और पूरे प्रदेश मे हो रहे आंदोलन को रोकने के लिए पुलिस आनन फानन में निर्दोष लोगों को पकड़ कर झूठी कहानी और सबूत दिखाकर गिरफ्तार कर जेल भेज वाहवाही लूटने लगी।
पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया और जो उनके जिस बयान को लगाई है उसे देखने से ही लगता हैं पुलिस ने निर्दोष लोगों को गिरफ्तार की हैं।अभियुक्त रोहित कुमार पिता संजय सिंह ग्राम झड़ी थाना टंडवा जिला औरंगाबाद के बयान मे दिखा रहीं हैं कि उस ने रात्रि 10.30 मे श्रेया के साथ चैट किया हैं। फिर सुबह 6.15 मे श्रेया कुमारी ने रोहित कुमार को चैट कर घर से निकलने की सुचना की और उसे नवीनगर मे बबलू चंदा मैरिज गेस्ट हाउस मे लाकर गलत काम किया जिसे वहा उपस्थित धर्मेंद्र कुमार सिंह ने देख लिया तो रोहित भाग गया और उसने श्रेया कुमारी के साथ जबरदस्ती रेप किया और उसने कही किसी को बता न दे इसी लिय गला दवा कर हत्या कर दी। पुलिस एक और अभियुक्त श्रुति कुमारी जो श्रेया की दोस्त थी उससे बात हुई लेकिन कितने बजे बात हुई इसका कोई साक्ष्य पुलिस नहीं दे रही है।
श्री राठौर ने कहा कि पुलिस ये भी लिख रही है कि रोहित कुमार ने धर्मेंद्र कुमार को श्रेया कुमारी जिस रुम मे थी उसमें जाते देखा। जब रोहित मैरिज हॉल से भाग ही गया तो उसने धर्मेंद कुमार को रुम मे जाते कैसे देखा यह एक सोचनीय विषय है।सबसे आश्चर्य तो पुलिस के द्वारायह कहना कि रात्रि आठ बजे गेस्ट हाउस से धर्मेंद्र कुमार सिंह और उसके भाई जो गेस्ट हाउस मे ही रहता है राकेश कुमार के साथ श्रेया की लाश को गेस्ट हाउस से इंद्रपुरी रोहतास के सोन नहर केनाल मे फेंक दिया और वापस आकर उक्त गाड़ी को साफ कर और मैरिज हॉल गेस्ट हाउस को भी साफ कर दिया।मैरिज हॉल गेस्ट हाउस से केनाल की दुरी जो रास्ता पुलिस खुद ही दिखा रही है वो करीब 50/55 किलोमीटर की होगी। पुलिस के अनुसार अगर दोनों ने मोबाइल गेस्ट हाउस के दराज मे ही छोड़ दिया था ताकि लोकेशन नही पता चले लेकिन पुलिस ने दोनों के मोबाइल का लोकेशन भी साक्ष्य के रूप मे नही लगाई है। साथ ही
जिस रास्ते से दोनों लाश लेकर गए उस रास्ते मे करीब 25/30 सीसीटीवी कैमरे लगे है उसके फुटेज भी पुलिस ने साक्ष्य के रूप मे नहीं लगाई है ।
पुलिस कितनी तत्पर थी इसका अंदाजा इसी से लग जाता है कि आने जाने के दौरान पुलिस ने कही भी उक्त कार की जांच नहीं की, जबकि दिन मे ही लडकी के गुमशुदा होने की सूचना पुलिस को थी। श्री राठौर ने बताया कि श्रेया की मां उर्मिला देवी पति अभय कुमार सिंह ने ने जो नवीनगर थाना को प्रथम सूचना दी और जिस पर प्राथमिकी भी दर्ज हुई उसमे श्रेया की उम्र 16 साल बताई गई है। लेकिन जो लाश इंद्रपुरी रोहतास के सोन नहर कैनाल से प्राप्त हुई उसकी उम्र 24 साल की महिला की बताई जा रही है। साथ ही उक्त लाश के बाल भी उड़ा हुआ हुआ और पानी मे डूबने से मौत का कारण बताया गया है, जबकि दूसरी तरफ यही पुलिस सुबह मे ही गला दबाकर हत्या होने की भी वात लिखती है। रोहित कुमार को पुलिस श्रेया कुमारी के ब्वॉयफ्रेंड बताती है, श्रुति कुमारी को श्रेया की सहेली बता रही है। जो समय पुलिस अनुसंधान मे दिखा रही है उसमें साक्ष्य के रूप मे मोबाइल से वात करने व चैट के कोइ साक्ष्य नही दिखाई है।बबलू चंदा मैरिज हॉल से जिस ऑल्टो कार JH01 EL/7634 से लाश ले जानें की बात करती है उसके मालिक पर कोई मुकदमा ही दर्ज नहीं की है।27/06/2024 को नवीनगर थानाध्यक्ष के साथ गई पुलिस ने पहले बेलोरो JH01EB/3421 जब्त कर लाई है जैसे ही पुलिस को यह पता चला कि यह गाड़ी घटना के दिन अयोध्या गई थी तो चुपके से 28 जून को सुबह पुलिस अभियुक्त के गांव कोशडिहरा जा के वहा खड़ी ऑल्टो कार JH01EL/7634 लाकर थाना लगा दी अगर थाना मे लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज की जांच की जाय तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
श्री राठौर ने कहा कि कोइ भी 16 साल की लडकी की लाश पानी मे दो दिन डूबने के बाद मिले तो वह कभी 24 साल की महिला नहीं हो जाएगी और न ही उसके सिर के बाल गल सकते हैं। इस से स्पष्ट होता है कि पुलिस ने श्रेया कुमारी के असली हत्यारों के बजाय निर्दोष को झूठी कहानी गढ़ कर जेल भेज दी है, जिसकी सच्चाई सीबीआई जांच से ही पता चलेगा। अखिल भारतीय अपराध विरोधी मोर्चा श्रेया के असली हत्यारे को जेल भेजकर ही चैन से बैठेगी। इसके लिय आंदोलन के साथ साथ कानून का भी सहारा लेगी।