बिहार के मधेपुरा से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है। जिले के एसपी का मोबाइल फोन एक कॉलगर्ल सप्लाई करने वाली महिला के पास से बरामद हुआ है। कॉल गर्ल सप्लायर महिला ने सुशासन के वर्दीधारियों की काली करतूत को नंगा कर दिया है। इसके बाद कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहा है। वहीं मधेपुरा एसपी का कहना है कि वह अभी छुट्टी से वापस आए हैं, इसलिए उन्हें इस प्रकरण के बारे में जानकारी नहीं है।
वहीं महिला का दावा है कि वह कई पुलिस अधिकारियों को लड़कियां सप्लाई करती रही है। उसके मुताबिक, मधेपुरा सदर अस्पताल के सामने डीएसपी मुख्यालय के आवास पर उसने एक लड़की को भेजा था। जब साहब ने कम पैसे दिए तो लड़की मोबाइल चोरी कर लाई और उसे दे दिया था।
मुख्यालय डीएसपी के पास था एसपी का चार्ज
जानकारी के मुताबिक, 25 से 31 अगस्त तक मधेपुरा एसपी राजेश कुमार छुट्टी पर थे। इस दौरान मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे को एसपी का कार्यभार सौंपा गया था। महिला का दावा है कि इसी बीच साहब ने एक लड़की को अपने आवास पर बुलाया था। काम होने के बाद उन्होंने पैसे नहीं दिए, जिसके बाद वह लड़की तकिए के नीचे रखा मोबाइल लेकर चली आई थी।
लोकेशन देखकर डीआईजी के उड़े होश
जिस बीच मधेपुरा एसपी राजेश कुमार छुट्टी पर थे, तब डीआईजी शिवदीप लांडे ने एसपी के नंबर पर फोन लगाया। हालांकि, फोन स्विच ऑफ बताने लगा। इसके बाद उन्होंने फोन को सर्विलांस पर लगाया गया। पता चला कि फोन सहरसा में है। कार्रवाई करते हुए फोन को सहरसा से बरामद किया गया और महिला से भी पूछताछ की गई। महिला ने बताया कि वह लड़कियों को सप्लाई करती है। बड़े-बड़े अधिकारियों के यहां वह लड़कियां भेजती है।
महिला ने रेट का किया खुलासा
महिला का कहना है कि अधिकारियों के पास एक घंटे के लिए लड़की भेजने के 300 रुपये तो उससे ज्यादा देर के लिए 500 रुपये लेती थी। लेकिन साहब ने कई बार कम पैसे दिए। इसलिए लड़की ने फोन उठा लिया।