पटना : जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने शुक्रवार को जदयू कार्यालय में जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पिछले 2-3 दिनों में नेपाल भूभाग के गंडक कैचमेंट एरिया में भारी वर्षा के कारण गंडक नदी का जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है। इसके मद्देनजर जल संसाधन विभाग के अधिकारी एवं अभियंता अलर्ट हैं और मुख्यालय से वरीय अधिकारियों द्वारा निरंतर अपडेट लिया जा रहा है तथा अभियंता गंडक बराज पर 24 घंटे कैंप किए हुए हैं। इसके साथ ही तटबंधों पर रात्रि गश्ती और किसी भी खतरे की स्थिति में त्वरित कार्रवाई मंघ मदद करने के लिए हर किलोमीटर पर एक स्थानीय प्रहरी की तैनाती की गई है। साथ ही संवेदनशील स्थलों पर बाढ़ सुरक्षात्मक सामग्रियों का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है।जदयू कार्यालय में जनसुनवाई के पहले मंत्री श्री संजय कुमार झा ने विभाग के वरीय अधिकारीयों के साथ स्थिति की समीक्षा की और सतत चौकसी सहित कई जरूरी निर्देश दिये। मंत्री श्री झा ने कहा कि वाल्मीकि नगर स्थित गंडक बराज पर सुबह 10 बजे कुल 4.45 लाख क्यूसेक डिस्चार्ज दर्ज हुआ है। यह इस साल का मैक्सिम डिस्चार्ज है। जिसके कारण राज्य के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सारण, मुजफ्फरपुर एवं वैशाली जिले प्रभावित होंगे। आगामी 2 दिनों के दौरान उक्त जिलों में इसका प्रभाव रहने की संभावना है।आज गंडक का जलस्तर अधिकतर स्थानों पर बढ़ रहा है। गंडक का जलस्तर मंगलवार को डुमरिया घाट, गोपालगंज में खतरे के निशान से ऊपर दर्ज हुआ है। डुमरिया घाट में जलस्तर 62.54 मीटर (डेंजर लेवल 62.22 मीटर) दर्ज हुआ है। हालाँकि स्थिति नियंत्रण में है।उधर, वीरपुर स्थित कोसी बराज पर सुबह 10 बजे कुल 95 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज दर्ज हुआ है। कोसी का जलस्तर आज बसुआ खतरे के निशान से ऊपर दर्ज हुआ है। बसुआ में आज सुबह का जलस्तर 48.61 मीटर (डेंजर लेवल 47.75 मीटर) दर्ज हुआ है।उन्होंने बताया कि गोपालगंज जिला के सिधवलिया प्रखण्ड में सल्लेहपुर-टण्डसपुर छरकी पर अवस्थित स्टड सं0-22 गंडक नदी के बढ़ते जलश्राव के कारण आंषिक क्षतिग्रस्त हुआ है, जिसे युद्धस्तर पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराकर सुरक्षित किया जा रहा है। इसके आलावा गोपालगंज जिला के बरौली प्रखण्ड के सिकटिया ग्राम में सलेमपुर छरकी के 1.80 कि0मी0 पर अवस्थित एन्टी फ्लड स्लूईस संरचना से हो रहे पानी के रिसाव को नियंत्रित करने हेतु स्थल पर मुख्य अभियंता एवं क्षेत्रीय अभियंताओं सहित अध्यक्ष, बाढ़ संघर्षात्मक बल मौजूद है एवं मुख्यालय स्तर से इसकी सतत् निगरानी की जा रही हैI
पत्रकारों द्वारा दरभंगा एयरपोर्ट के विषय में पूछे जाने पर मंत्री संजय झा ने कहा कि उड़ान स्कीम के तहत दरभंगा एयरपोर्ट देश के अन्य एयरपोर्ट से सबसे बेहतर कर रहा था। फिर दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली का किराया पटना से दिल्ली की तुलना में काफी अधिक कैसे हो जा रहा है? दरभंगा एयरपोर्ट से कई महत्वपूर्ण सर्किट पर उड़ान भरने वाली स्पाइस जेट की उड़ानों की संख्या तकनीकी एवं अन्य कारणों से करीब एक तिहाई कर दी गई है। इससे दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ानों की संख्या भी कम हो गई है। डिमांड और सप्लाई में अंतर के कारण दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई किराये में अप्रत्याशित उछाल आ गया है। केंद्र सरकार को अधिकतम हवाई किराया की एक सीमा तय करनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा जितनी जमीन की मांग की गई थी, राज्य सरकार ने उसके अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली है और जमीन के हस्तांतरण हेतु एयरपोर्ट अथॉरिटी को ज्ञापन सौंपा जा चुका है। बिहार सरकार पूर्णिया एयरपोर्ट को नेशनल हाईवे से डायरेक्ट कनेक्टिविटी देगी।इसके अलावा मंत्री श्री झा ने कहा कि गया एयरपोर्ट बिहार का एक बड़ा एयरपोर्ट है, लेकिन वहां से उड़ानों की संख्या अत्यंत कम है। मैंने नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनुरोध किया है कि गया एयरपोर्ट से दिल्ली और मुंबई के लिए उड़ान सेवा बढ़ाने पर विचार किया जाये। उन्होंने इस मुद्दे पर अधिकारियों से परामर्श करने का आश्वासन दिया है।