पहलगाम : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 28 लोगों के परिजनों और हमले में बचे लोगों से मुलाकात की। इस हमले से देशभर में गुस्सा है और जल्द बदला चाहता है। पीड़ितों के परिजनों ने भी इस नृशंस कृत्य के दोषियों के लिए कठोर सजा की मांग की है। हमले में मारे गए लोगों के परिजनों ने कहा कि आतंकवादियों को ऑन द स्पॉट मार दिया जाना चाहिए, चाहे उनका धर्म या जाति कुछ भी हो।
अमित शाह इस दौरान भावुक नजर आए। इसके साथ ही उन्होंने आतंकियों को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। आतंकी हमले में अपनों को खोने का दर्द हर भारतीय को है। इस दुख को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) में एक समारोह में मृतकों के ताबूतों पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भारी मन से पहलगाम आतंकी हमले के मृतकों को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं अपने इन सभी परिवारों और पूरे देश को विश्वास दिलाता हूं कि बेगुनाह मासूम लोगों को मारने वाले इन आतंकियों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा।
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद मंगलवार रात को ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए थे। यहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, सीएम उमर अब्दुल्ला समेत सेना और रक्षा विभाग के प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बुधवार सुबह वे पहलगाम की बायसरन घाटी स्थित घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने हमले को लेकर पूरी जानकारी ली।
पर्यटकों पर आतंकी हमला, 28 की नृशंस हत्या
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 28 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 28 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।