पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 47 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।

आज ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी।

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुंगेर जिला से आए हुए अभिषेक कौशिक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि शिक्षा विभाग में मेरे पिताजी कार्यरत थेजिनकी मृत्यु हो गई। अनुकंपा के आधार पर की जानेवाली नियुक्ति में विलंब हो रहा है,जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय होती जा रही है, कृपया कर इसका समाधाननिकाला जाए। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कैमूर जिला के मोहनिया प्रखंड से आए हुए एक ग्रामीण ने मुख्यमंत्री से शिकायतकरते हुए कहा कि अर्रा गांव के सरकारी उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर में स्थानीय निवासियों द्वारा गंदा पानी बहाया जाता है जिससे स्कूल में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होजाती है और पठन-पाठन कार्य में असुविधा होती है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

मुजफ्फरपुर जिला से आयी देवयानी भारती ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुये कहा कि मैं वर्ष 2019 में स्नातक पास कर चुकी है लेकिन अभी तक मुझे मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना का लाभ नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को समुचित कार्य करने का निर्देश दिया। बक्सर जिला के ब्रह्मपुर से आए हुए उदय कुमार उज्जैन ने सरकारी विद्यालय परिसर की जमीन का असामाजिक तत्वों द्वारा अतिक्रमण करने की मुख्यमंत्री से शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

जहानाबाद जिला के मखदुमपुर से आयी हुए मंजू देवी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि उनके ससुर की मृत्यु कोरोना से हो गई थी लेकिन अबतक सहायता राशि नहीं मिली है, मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

मधेपुरा जिला से आए हुए पिंटू कुमार ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि ग्वालपाड़ा प्रखंड के सुखासन पंचायत में सुरसा नदी द्वारा बरसात के दिनों में पानी का बहाव बढ़ने के कारण भीषण कटाव की स्थिति उत्पन्न होती है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कटाव निरोधात्मक कार्य कराने की कृपा करें। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। समस्तीपुर जिले से आए हुए मो० कलमुद्दीन ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं दिव्यांग हूं, मुझे बैटरी चालित ट्राई साइकिल उपलब्ध कराई जाए ताकि मुझे आवागमन में सहूलियत हो। मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। गया जिले से आए हुए मदन सिंह ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे गांव बड़की परासिया की आबादी 1200 से अधिक है, वहां प्राथमिक विद्यालय नहीं है अतः मेरे गांव में विद्यालय का निर्माण कराया जाए। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेन्द्र कुमार राय, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो० जमा खान, श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम, सूचना प्रावैधिकी मंत्री मो० इसराईल मंसूरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आर०एस० भट्टी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।