पटना : बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ ने अनेक साहित्यकारों के साथ सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद का उनके जन्म दिवस पर अभिनन्दन किया । मंगलवार को पूर्व राज्यपाल के राजा बाज़ार स्थित आवास पर उन्होंने शिष्टाचार के इस अवसर को एक उत्सव में बदल दिया। अंग-वस्त्रम पहनाते हुए डा सुलभ ने उनके शतायुष्य की कामना की और कहा कि श्री प्रसाद जैसी विभूतियों का सुदीर्घ जीवन इसलिए काम्य है कि इनका जीवन लोक-मंगल कारी होता है!
डा सुलभ ने कहा कि गंगा बाबू ने अपना समस्त जीवन ही नहीं अपना देह भी समाज को अर्पित कर दिया हैं। ये महर्षि दधीचि के समान आदरणीय हैं। आपका जीवन वंदनीय मात्र नहीं, बल्कि अनुकरणीय भी है। साहित्य और संस्कृति के उत्थान में भी आपका माननीय योगदान रहा है। साहित्य सम्मेलन से आपके आत्मीय जुड़ाव से हम सभी अवगत हैं! राज्यपाल के रूप में भी सम्मेलन में अनेक बार आकर साहित्यकारों का मान बढ़ाया। एक लेखक के रूप में भी आपने प्रसिद्धि प्राप्त की है।
सम्मेलन के प्रचारमंत्री कुमार अनुपम, पुस्तकालय मंत्री ई अशोक कुमार, वरिष्ठ लेखिका डा पूनम आनंद, कवि ब्रह्मानन्द पाण्डेय , डा मनोज गोवर्द्धनपुरी आदि ने भी पुष्पहार पहनाकर श्री प्रसाद को बधाई दी। पूनम आनंद ने फल की एक टोकरी भेंट की।
इस अवसर पर श्री प्रसाद के विधायक पुत्र संजीव चौरसिया , वरिष्ठ समाज सेवी राजीव कुमार सिंह आदि प्रबुद्ध जन भी उपस्थित थे । श्री चौरसिया ने मिठाई खिलाकर आगत साहित्यकारों का स्वागत किया तथा कृतज्ञता भी ज्ञापित की।