पटना : हाजीपुर सीट पर लेकर चाचा-भतीजा के बीच जुबानी जंग तेज है। एक सीट पर पशुपति पारस (लोजपा) और चिराग पासवान (लोजपा रामविलास) दोनों अपनी-अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने एक बार फिर से इस सीट को लेकर प्रतिक्रिया दी। भतीजे पर नाराजगी जताते हुए पारस ने कहा कि बिहार में 40 के 40 सीट पर भी अगर चिराग पासवान लड़ जाए तो कोई दिक्कत नहीं है। अरे जब एनडीए में तुम हो तो गठबंधन का जो फैसला होगा उसको मानों नहीं तो 40 सीट पर लड़ जाओ। अगर हाजीपुर में अपनी मां को लड़ाआगे तो हम भी जमुई से किसी और को लड़ा देंगे। उसके (चिराग पासवान) ही परिवार से किसी को लड़ा देंगे। उसकी बहन या मां को लड़ा देंगे।
एनडीए गठबंधन का मैं स्थायी सदस्य और विश्वासी सहयोगी हूं
हाजीपुर सीट को लेकर कड़ी टक्कर के सवाल पर पशुपति पारस ने कहा कि कोई टक्कर नहीं है। एनडीए गठबंधन का मैं स्थायी सदस्य और विश्वासी सहयोगी हूं। कोई आदमी बाहर से आकर ताक-झांक करता है। कल एनडीए में वह आदमी रहेगा या नहीं, इसकी भी कोई गारंटी नहीं है। हाजीपुर में हमारी धरती है। मैं हाजीपुर से चुनाव लड़ूंगा। मैं फिलहाल यहां से ही सांसद हूं। फिर जनता से आशीर्वाद से चुनाव लडूंगा। यह बात मैं दर्जनों बार कह चुका है। इसके बाद जिसको जहां लड़ना है लड़े। ताकत की जितनी आजमाइस करनी है वह करे।
चिराग ने कहा था- मां लड़ती हैं तो राहें आसान हो जाएंगी
दरअसल, कुछ दिन पहले ही चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि हाजीपुर लोकसभा सीट से 2024 में अगर उनकी मां लड़ती हैं तो उनकी राहें आसान हो जाएंगी। चिराग पासवान के इस बयान के बाद हाजीपुर सीट को लेकर सियासत गरमा गई थी। चिराग के इसी बयान पर उनके चाचा ने अपना पत्ता खोल दिया। पशुपति पारस ने चिराग पासवान की जिस बहन और मां की ओर से इशारा किया, वह उनके बड़े भाई दिवंगत रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी और बेटी हैं। यानी चिराग पासवान की सौतेली बहन और मां को चुनावी मैदानी में उतारने की बात पशुपति पारस कह रहे थे।