दरभंगा: भारत के उभरते स्क्वैश खिलाड़ी श्रेयांस झा ने इंडिया जूनियर ओपन का खिताब जीतकर नया इतिहास रच दिया है।बिहार के दरभंगा के रहने वाले श्रेयांस अब एशिया अंडर-15 स्क्वैश रैंकिंग में नंबर वन बन गए हैं।

महज 15 साल की उम्र में श्रेयांस का सपना है कि वे ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतें और देश का नाम रोशन करें।

इससे पहले जुलाई 2025 में श्रेयांस ने जर्मनी में आयोजित यूरोपियन जूनियर ओपन स्क्वैश अंडर-15 खिताब जीतकर सबका ध्यान खींचा था। इसके अलावा उन्होंने इसी साल सेंट्रल इंडिया स्लैम, साउदर्न स्लैम और नॉर्दर्न स्लैम में पहला स्थान हासिल किया था। साथ ही, 32वीं एशियन जूनियर चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर अपनी रैंकिंग को और मजबूत किया था।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी बधाई

श्रेयांस की इस शानदार उपलब्धि पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि उन्हें विश्वास है कि श्रेयांस अपनी प्रतिभा से न केवल देश बल्कि पूरे विश्व में बिहार का गौरव बढ़ाएंगे।

पिता हैं नेवी में कमांडर

बिहार के दरभंगा निवासी श्रेयांस झा के पिता मृगांक शेखर झा भारतीय नेवी में कमांडर हैं, जबकि मां रश्मी झा शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हैं। श्रेयांस फिलहाल मुंबई के बॉम्बे जिमखाना स्पोर्ट्स क्लब में कोच अविनाश भवनानी से ट्रेनिंग ले रहे हैं। पिता के मुताबिक, श्रेयांस खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी हमेशा अव्वल रहे हैं और ओलंपियाड परीक्षाओं में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। श्रेयांस अपनी मां को अपना सबसे बड़ा आइडल मानते हैं। उनका कहना है कि उनकी कामयाबी के पीछे मां का सबसे बड़ा योगदान है, जिन्होंने अपने करियर से अधिक बेटे के खेल पर ध्यान दिया। दून स्कूल में पढ़ाई के दौरान श्रेयांस फुटबॉल टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। स्क्वैश के अलावा वे शतरंज और बास्केटबॉल भी खेलते हैं।

ओलंपिक में मेडल का सपना

श्रेयांस झा ने कहा- “मेरा सपना है कि मैं ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतकर देश का नाम रोशन करूं।” क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, टेनिस स्टार राफेल नडाल और फुटबॉलर लियोनल मेसी से प्रेरणा लेने वाले श्रेयांस अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की नई पहचान बनाने को तैयार हैं।