पटना : बिहार में जितिया के पर्व पर कई घरों में मातम पसर गया। जितिया पर्व पर बिहार के अलग अलग जिलों में स्नान के दौरान 22 लोगों की मौत हो गई।

जहानाबाद जिले के अलग अलग इलाकों में भी जितिया पर्व पर नहर और तालाब में डूबने से दो किशोर सहित चार बच्चों की मौत हो गई। मखदुमपुर में 2 जगहों पर घटना घटी। पहली घटना टेहटा के कलानौर की है, जहां नहर में डूबने से 13 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। दूसरी घटना विशुनगंज ओपी के जमगंज के पास तालाब में डूबने से 6 साल की बच्चे की मौत हो गई। उधर, मृतक की मां ने बेटे की लंबी उम्र के लिए जितिया उपवास रखा था, लेकिन उसे क्या मालूम था कि उपवास पूरा होने से पहले ही बेटे की मौत हो जाएगी। वहीं, किशोर की मौत के बाद गांव में मातम पसर गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

सबसे भयानक घटना आरा में घटी। जब सोन नदी में नहाने के दौरान 5 लड़कियां बह गई। जिनकी तलाश अभी भी जारी है। वहीं पटना के पालीगंज में सोन नदी में डूबने से 3 की मौत हो गई। इनमे 3 किशोरी एवं 2 युवतियां शामिल है। हादसा चांदी के बहियारा और खनगांव के बीच स्थित पाथलवा घाट गयी थी। वहीँ लोगों का कहना है कि नदी की धार को बांध कर पोकलेन मशीन से बालू निकालने के कारन सोन का ताल गहरा और गड्ढा हो गया है। यही वहज की सभी पांचों डूब गई। वहीं पटना के महाबलीपुर सोन तट पर जितिया पर स्नान व अर्घ देने के लिए महिलाओं की भारी भीड़ उमरी थी। महिलाएं अपने साथ बच्चों को भी साथ लाई थी। इस दौरान नहाने गए तीन लोगों की डूबने से मौत गई। जिसमे एक युवक सहित दो बच्चों के शव को निकला गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रूपये देने के दिये निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पिछले 24 घंटे में डूबने से भोजपुर में 5, जहानाबाद में 4, पटना में 3, रोहतास में 3, दरभंगा में 2, नवादा में 2, मधेपुरा में 1, कैमूर में 1 तथा औरंगाबाद में 1 व्यक्ति की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुःख की इस घड़ी में वे पीड़ित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान अविलंब देने के निर्देश दिये हैं।