पटना : पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व० अरूण जेटली जी के जन्मदिवस पर राजकीय जयंती समारोह का आयोजन पी०सी० कॉलोनी, कंकड़बाग स्थित सेक्टर-ए, पार्क संख्या – 31 में किया गया। राज्यपाल फागू चौहान एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्व० अरूण जेटली की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बिहार विधान परिषद् के सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन सह सूचना एवं जन-सम्पर्क मंत्री संजय कुमार झा, पूर्व मंत्री सह विधायक नन्द किशोर यादव, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी स्व0 अरूण जेटली की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती-पूजन, बिहार गीत एवं देश भक्ति गीतों का गायन भी किया गया।
कार्यक्रम के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धेय अरुण जेटली जी से हमारा पुराना संबंध था। श्रद्धेय अरुण जेटली जी की भी जे०पी० आंदोलन में भूमिका थी और वे दिल्ली में थे। हमलोगों का उसी समय से संपर्क था। बाद में श्रद्धेय अटल जी की सरकार में जब हम आए तो उनसे संबंध और बढ़ गया। भाजपा से अलग होने के बाद भी उनसे हमारा व्यक्तिगत संबंध था। देश और विभिन्न राज्यों के लिए उन्होंने बहुत अच्छा काम किया। शुरू से ही उनके प्रति मेरे मन में आदर का भाव रहा है। जब हमलोग बिहार में वर्ष 2005, वर्ष 2010 में चुनाव लड़ रहे थे, तो वे ही यहां के प्रभारी थे। उस दौरान जब वे क्षेत्र से घूमकर आते थे तो रात में हमलोग एक साथ बैठते थे। उनका निधन कम उम्र में हो गया यह बहुत दुखद है। उनके निधन के बाद हमलोगों ने निर्णय लिया कि बिहार में उनके जन्मदिन पर राजकीय समारोह का आयोजन करेंगे। वर्ष 2019 में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जब तक हम जीवित हैं सदा उनके प्रति हमारा सम्मान बना रहेगा।यात्रा शुरु करने से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पांच जनवरी से यात्रा शुरु करेंगे। एक दो दिनों में सभी जिलों से बातकर कार्यक्रम तय किया जाएगा। हर जगह जो काम हुआ है उसको देखेंगे। जहां कोई समस्या होगी उसको भी देखेंगे। हर तबके के लोगों से मुलाकात करेंगे।
नमामि गंगे कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ होने वाली बैठक में शामिल नहीं होने से संबंधित प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार उत्तर प्रदेश में आयोजित बैठक में उस समय के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शामिल हुए थे। ये विभाग भी उन्हीं के पास था। इस बार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के पास यह विभाग है इसलिए हमने इनसे आग्रह किया कि कार्यक्रम में शामिल होने चले जाएं। हमलोगों की गंगा नदी को लेकर जो इच्छाएं हैं, उन सब बातों की चर्चा करेंगे। हमलोग बहुत पहले से इसको लेकर यहां काम कर रहे हैं। वर्ष 2017 में यहां बैठक कर और फिर दिल्ली में भी बैठक करकेंद्र सरकार को हमलोगों ने सारी बातों की जानकारी दी थी। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी जाकर सारी बातों को रखेंगे। दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हाल ही में प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में हम शामिल हुए थे। कोरोना से संबंधित प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के मामले बिहार में शून्य हो गए थे। बाहर से जो लोग आ रहे हैं सभी लोगों की जांच का पूरा प्रबंध किया गया है। हमलोग शुरु से ही कोरोना जांच और टीकाकरण करवा रहे हैं। प्रतिदिन लगभग 40-50 हजार लोगों की यहां कोरोना जांच की जा रही है, इसके अलावे लगभग 4-5 हजार प्रतिदिन टीकाकरण भी किया जा रहा है। कोरोना को लेकर सबको अलर्ट रहना है। किसी को अगर परेशानी होती है तो उसके इलाज के लिए अस्पताल में पूरा प्रबंध किया गया है। लालू प्रसाद यादव पर फिर से सी0बी0आई0 जांच से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग साथ आ गए हैं इसलिए ये हो रहा है।