पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आई०आई०टी० पटना के नवनिर्मित 24 भवनों, आई०आई०एम० बोधगया के स्थायी भवन तथा भागलपुर ट्रिपल आई०टी०के नये स्थायी भवन का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर परआयोजित कार्यक्रम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन स्थित अपने कक्ष से जुड़े। ध्यातव्य है कि 466 करोड़ रुपये की लागत से बने आई०आई०टी० पटना में 24 भवनों के निर्माण होने से अकादमिक ब्लॉक, केंद्रीय पुस्तकालय, छात्रावास, सेंट्रल लेक्चर हॉल और स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर सहित अन्य सुविधाएं छात्रों को मिलने लगी।

कल मुख्यमंत्री ने बिहटा स्थित आई०आई०टी० परिसर पहुंचकर नवनिर्मित भवनों का जायजा लिया था और वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली थी। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2007 में भारत सरकार से पटना में आई०आई०टी० की स्थापना के लिए आग्रह किया था और वर्ष 2008 में पटना में इसकी स्थापना हुई थी। राज्य सरकार द्वारा पटना के बिहटा में उसके लिए 500 एकड़ भूमि निःशुल्क उपलब्ध कराई गई थी। मूलभूत शैक्षणिक एवं प्रशासनिक भवनों का निर्माण होने पर वर्ष 2012 में यह संस्थान बिहटा के स्थायी परिसर में हस्तांतरित हो गया। आज नवनिर्मित भवनों का प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण किए जाने से अब यहां पठन-पाठन का कार्य और बेहतर ढंग से संचालित हो सकेगा। आई०आई०एम०, बोधगया के भवन के उद्घाटन होने से इस परिसर में छात्रों कोअत्याधुनिक स्मार्ट कक्षाएं और पुस्तकालय आदि की और बेहतर सुविधाएं मिलने लगी हैं। 128 करोड़ रुपये की लागत से भागलपुर में ट्रिपल आई०टी० भवन के उद्घाटन से छात्र-छात्राओं को भी सुविधाएं मिलने लगी है।

कार्यक्रम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा तथा विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह भी जुड़े हुए थे।