महाराष्ट्र में राजनीतिक ड्रामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ असम के गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों की बैठक हुई तो दूसरी तरफ सीएम उद्धव ठाकरे भी बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन के मूड में हैं.गुवाहटी के होटल रैडिसन ब्लू में एकनाथ शिंद की मौजूदगी में बागी विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा गया है कि अभी भी हम लोग शिवसेना में हैं और हम अपना दल अलग कर रहे हैं और यह दल बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा पर चलेगा.
बागी खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अभी भी हम शिवसेना में हैं और हमारे नेता एकनाथ शिंदे हैं. हम अपने गुट का नाम शिवसेना बालासाहेब रखने का विचार कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों को आपत्ति है तो हम शिवसेना ही रखेंगे. हमारे पास दो तिहाई बहुमत है और हमारा अलग गुट है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम से कहना चाहता हूं कि वे राज्य में दंगे रोके और हम किसी भी पार्टी में मर्ज नहीं हो रहे.
दीपक केसरकर ने कहा कि हमारे होटल में रहने के खर्च का भुगतान कोई भी पार्टी नहीं कर रही है. हमारे नेता एकनाथ शिंद ने हमें बुलाया और हम गुवाहाटी चले आए और रुके. इन सबके पीछे भारतीय जनता पार्टी नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे गुट को मान्यता दी जानी चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता तो हम कोर्ट जाएंगे और अपनी संख्या को साबित करेंगे, क्योंकि हमारे पास नंबर है. हम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का सम्मान करते हैं और हम उनके खिलाफ नहीं बोलेंगे. हमें उस रास्ते पर चलना चाहिए, जिस पर हमने राज्य का विधानसभा चुनाव लड़ा था.