जमुई : जमुई जिले की चकाई विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक एवं मंत्री सुमित कुमार सिंह 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के उम्मीदवार होंगे। निर्दलीय के रूप में 2020 के चुनाव में जीत दर्ज करने वाले सुमित ने चार सालों में अपने क्षेत्र को विकास की नई पहचान दी है। 39 वर्षीय सुमित कुमार सिंह राजनीतिक घराने से आते हैं। इनके दादा डॉ. श्रीकृष्णा सिंह बिहार सरकार में मंत्री और मुंगेर से सांसद रहे। पिता नरेंद्र सिंह बिहार की राजनीति में अलग तेवर के नेता माने जाते थे और स्वास्थ्य व कृषि मंत्री के रूप में उनकी कार्यशैली को आज भी याद किया जाता है। बड़े भाई स्व. अभय सिंह और अजय प्रताप भी विधायक रहे। इस पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए सुमित ने भी खुद को एक सशक्त और जमीनी नेता के तौर पर स्थापित किया है।

सुमित कुमार सिंह की खासियत यह रही कि उन्होंने लगातार तीन अलग-अलग गठबंधनों की सरकारों में मंत्री पद संभाला। पहले 2020 की एनडीए सरकार, फिर महागठबंधन सरकार और अब नवगठित भाजपा-जदयू सरकार में भी मंत्री बने। साथ ही उन्हें सारण जिले का प्रभारी मंत्री भी बनाया गया, जहां उन्होंने प्रशासनिक कुशलता का परिचय दिया। सुमित कुमार सिंह को चकाई का “युवा तुर्क” कहा जाता है। जेएनयू से पढ़ाई कर चुके सुमित ने अपने क्षेत्र में पॉजिटिव पॉलिटिक्स की नई मिसाल कायम की है। पिछले साढ़े चार वर्षों में उन्होंने लगभग हर विकास योजना को धरातल पर उतारा। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी से लेकर रोजगार तक के मुद्दों पर उन्होंने चकाई को संवारा है। उनका सपना है कि चकाई को “छोटा चंडीगढ़” बनाया जाए।
सुमित की सबसे बड़ी ताकत उनका जनसंपर्क और जनता से जुड़ाव है। वे हर शनिवार-रविवार को क्षेत्र में जनता दरबार लगाते हैं, जहां हर तबके के लोग सीधे अपनी बात कह सकते हैं। पटना स्थित उनके सरकारी आवास के दरवाजे हमेशा आम लोगों के लिए खुले रहते हैं। इतना ही नहीं, क्षेत्र के लोगों की देखभाल के लिए खास टीम बनाई गई है जो पटना में उनके खाने-रहने और इलाज की व्यवस्था देखती है। राजनीतिक व्यस्तता के बावजूद सुमित सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं।

छपरा जिले से उनका गहरा नाता है—उनकी शादी सोनपुर बरबट्टा के राजा साहब स्व. लग्न देव बाबू की पोती सपना सिंह से हुई है। इनके ससुर ओम कुमार सिंह पटना हाईकोर्ट के वरीय अधिवक्ता और भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। साफ-सुथरी छवि और विवादों से दूरी बनाए रखने वाले सुमित कुमार सिंह आज बिहार के सबसे संभावनाशील युवा नेताओं में गिने जाते हैं। उनके नेतृत्व में चकाई विधानसभा ने विकास के मामले में जो रिकॉर्ड बनाया है, उससे 2025 के विधानसभा चुनाव में उनकी राह और भी मजबूत दिखाई देती है।