पटना:  ज़ब कभी भी केंद्रीय जाँच एजेंसी या राज्य सरकार जाँच एजेंसी द्वारा भ्रस्ट पदाधिकारयों पर शिकंजा कसा जाता है तो जेहन में उन तमाम भ्रष्टाचार के पदाधिकारीयों का चेहरा सामने आ जाता है जो अपने पद की गरिमा भूल कर भ्रष्टाचार में लिप्त है I ऐसे तो कई नाम और चेहरे है ज़ब ऊर्जा विभाग की बात आयी है तो एक नाम अरविन्द कुमार GM रेवेन्यू SBPDCL का आता है।जो की पिछले एक दशक से ज्यादा समय से एक ही पद पर बने हुए है और राजस्व सम्बंधित कार्य को देखते है लेकिन वो आते है अकॉउंट सेक्शन से जनाब।

साहब की मेहरबानी तो देखिये न ही इनका ट्रांसफर होती है और न ही पोस्टिंग जब की सेवा नियमाबली के अनुसार तीन साल से अधिक समय से जमे हुए है पदाधिकारियों का ट्रांसफर करना होता है। लेकिन किसी की मजाल है कि इनका ट्रांसफर कर दे कियोंकि इनके द्वारा किस एजेंसी को किस जिला में बिलिंग कार्य को देना है किस एजेंसी को को स्मार्ट मीटर लगाने देना है किस कंपनी का मीटर लगाना है जैसे तमाम कार्य को देखते है और मोटी रकम कि उगाही करते है। चर्चा तो ये भी है कि इनके नाम और परिवार वालों के नाम पर बिहार ही नहीं कई दूसरे बड़े शहरों में करोड़ो कि चल अचल सम्पति है बिहार कि राजधानी पटना के पॉस इलाका बोरिंग रोड A.N कॉलेज के पास करोड़ो रुपये कि जमीन खरीद कर करोड़ो रुपये कि लागत से आलिशान घर का निर्माण किया जा रहा है। साहब विशेष सेवा के भी बहुत शौकीन है जो भी विभागीय कार्य से जाते है विशेष सेवा का लाभ जरूर लेते है जहाँ पर इनको विशेष सेवा का लाभ नहीं मिलता है वहाँ के पदाधिकारियों को पत्र के माध्यम से या VC के माध्यम से प्रताड़ित करते है और जताते है कि वे कंपनी के हित में बहुत कार्य करते है।

एक ED और EOU SUV आर्थिक अपराध इकाई के जाँच एजेंसी के द्वारा जाँच होनी चाहिए ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लग सके। जहाँ तक लगाम लगाने कि बात है इससे जुड़ी एक नाम संजीव गुप्ता का भी आता है जो क़ी तत्कालीन विद्युत कार्यपालक अभियंता बांका जिन पर विशेष निगरानी इकाई क़ी टीम ने छापा मारा लेकिन पैसे कि बदौलत और पावर पहुँच से अपने पद पर बने हुए है। बिजली विभाग ने इनपर किसी तरह का कोई भी करवाई नहीं किया गया। अब देखना होगा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भ्रष्ट पदाधिकारी पर कब तक शिकंजा कसती है बिहार सरकार। या फिर यों ही कागज पर ED और EOU या निगरानी कि रेड परते रहेगी कियोंकि बिहार में नीतीश कुमार है।