पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज मिलर हाई स्कूल में आयोजित महाराणा प्रताप स्मृति समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि इस कार्यक्रम के लिए आयोजकों को बधाई देता हूं। आज पुनः महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि के अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। वर्ष 2020 में भी इस कार्यक्रम का आयोजन यहां किया गया था। उनकी पुण्य तिथि 19 जनवरी को है। 19 जनवरी 2023 को महाराणा प्रताप जी की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई है। उनके जन्म दिवस को राजकीय समारोह के रूप में आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप के कार्यों को सभी याद करते हैं। उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता है। बचपन से हम उनके बारे में सुनते रहे हैं। वे राजस्थान के मेवाड़ रियासत में जन्म लिए थे। उन्होंने वीरता की विशिष्ट छाप छोड़ी। वे जो भी काम करते थे उसमें समाज के सभी तबके के उत्थान के लिए सोचते थे। समाज का हर तबका भी उनसे जुड़ा हुआ था। भामाशाह ने उन्हें काफी मदद की थी। वे जैन धर्म के माननेवाले थे। हमलोग यहां जैन धर्म के लोगों को भी इज्जत देते हैं। हमलोग सभी का ख्याल रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब युद्ध हुआ था उसमें महाराणा प्रताप के पुत्र ने कुछ महिलाओं को गिरफ्तार किया था। महाराणा प्रताप ने उन महिलाओं को रिहा करवा दिया था। वे महिलाओं के हित के बारे में भी सोचते थे। हमलोग भी महिलाओं, अति पिछड़ों, अनुसूचित जाति-जनजाति सहित समाज के हर समुदाय के लोगों के लिए काम करते रहे हैं, उन्हें सम्मान देते रहे हैं। हमलोग महाराणा प्रताप के आदर्श को लागू करते रहे हैं। महाराणा प्रताप किसी जाति को लेकर नहीं समाज के हर तबके को साथ लेकर चलते थे। उन्होंने जो कार्य किए, जो आदर्श स्थापित किया, जो लोगों को सिखाया उसको आपलोग घर-घर तक छपवाकर पहुंचा दें ताकि नई पीढ़ी के लोग उनके बारे में सभी चीजों के बारे में और बेहतर ढंग से जान-समझ सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग सभी वर्गों के लिए काम करते हैं। वोट के लिए काम नहीं करते हैं। राजनीति में जिनको जिनका समर्थन करना है, वे स्वतंत्र हैं। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई कार्य किए गए हैं। जीविका दीदियां आर्थिक स्वावलंबन की ओर बढ़ रही हैं। अपने परिवार के साथ-साथ समाज की बेहतरी के लिए कार्य कर रही हैं। लड़कियों को शिक्षित करने के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। वर्ष 2005 में जब सरकार में आए थे तो राज्य का प्रजनन दर 4.3 था। एक सर्वे से पता चला कि पति-पत्नी में अगर पत्नी मैट्रिक पास है तो देश का प्रजनन दर 2 है और बिहार का प्रजनन दर भी 2 है। पति-पत्नी में अगर पत्नी इंटर पास है तो देश का प्रजनन दर 1.7 है और बिहार का प्रजनन दर 1.6 है। लड़कियों के शिक्षित होने से प्रजनन दर कम होगा। अब राज्य का प्रजनन दर 2.9 पर आ गया है। यह 2 पर आ जाएगा। पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है। बिहार में जितनी पुलिस में महिलाएं हैं उतनी दूसरे राज्यों में नहीं हैं। राज्य की सभी सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है। इंजीनियरिंग तथा मेडिकल संस्थानों में नामांकन में लड़कियों को एक तिहाई आरक्षण दियागया है। वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 में नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया। सभी अपने बच्चे-बच्चियों को पढ़ाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप के द्वारा हर तबके के उत्थान के लिए काम किए गए हैं। उन्होंने सबको साथ लेकर चला, इसके बारे में सभी को बताएं और इससे सीख लें, इससे समाज और आगे बढ़ेगा। सभी आपस में मिल जुलकर प्रेम और भाईचारे के साथ रहें। समाज में एकजुटता के साथ रहें। समाज एकजुट रहेगा तो राज्य और देश आगे बढ़ेगा। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।

कार्यक्रम में पुष्प की बड़ी माला पहनाकर, पगड़ी पहनाकर तथा अंगवस्त्र एवं मोमॅटो भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान महाराणा प्रताप की वीरगाथा पर एक वीडियो फिल्म भी दिखाई गई।