मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ‘समाधान यात्रा’ के क्रम में बक्सर जिले का भ्रमण कर विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का निरीक्षण किया। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने बक्सर जिलान्तर्गत चक्की प्रखंड के हेनवा ग्राम स्थित वार्ड संख्या 11 में महादलित बस्ती का भ्रमण कर हर घर नल जल योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर लाइट योजना, हर घर तक बिजली सहित विभिन्न विकास योजनाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने जल- जीवन – हरियाली योजना के तहत जीर्णोद्धार किये गए तालाब का निरीक्षण कर तालाब के चारो तरफ वृक्षारोपण कराने एवं सीढ़ीनुमा घाट बनवाने हेतु जिलाधिकारी को निर्देश दिया। हेनवा ग्राम में भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने बिहार महादलित विकास मिशन के तहत संचालित रविदास किशोरी समूह की बालिकाओं से बात की एवं ग्रामवासियों की समस्याएं सुनी। मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छात्र योजना के लाभार्थियों के बीच मुख्यमंत्री ने बैट्री चलित ट्राई साईकल का वितरण किया। बक्सर जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, जीविका समूह, उद्योग विभाग एवं जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना एवं मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के लाभुकों को मुख्यमंत्री ने सांकेतिक चेक प्रदान किया । जिला निबंधन कार्यालय में जीविका दीदियों द्वारा संचालित की जानेवाली ‘दीदी की रसोई का चाभी एवं सतत् जीविकोपार्जन योजना का किट मुख्यमंत्री ने लाभुकों को प्रदान किया।पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग अलग-अलग जिले में जाकर जो काम कराया जा रहा है उसको देख रहे हैं। आगे क्या किया जाना चाहिए, उसका भी हमलोग आंकलन कर रहे हैं। यहां काफी बढ़िया ढंग से काम कराया गया है। जीविका दीदियां भी बेहतर काम कर रही हैं। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत कराये जा रहे कार्यों को भी हमने देखा है, इसको लेकर हमने अधिकारियों को सुझाव भी दिया है। यात्रा के दौरान हमलोग लोगों की राय को भी जानते हैं। यदि उनको कोई समस्याओं है तो उसको भी सुनते हैं। यही सब जानना हमारी यात्रा का उद्देश्य है ताकि इलाकों को और आगे बढ़ाया जा सके। गरीब-गुरबा तबके के इलाके में जाकर हम देख रहे हैं कि सरकार की योजना का कितना लाभ यहां तक पहुंचा है। विकास का मतलब है पिछड़े इलाके को आगे बढ़ाना। यात्रा के दौरान हमलोग लगातार लोगों से मिल रहे हैं। जिन लोगों को कोई समस्या है वे लोग उसकी जानकारी मुझे दे रहे हैं। हमारे साथ-साथ सारे अधिकारी भी चल रहे हैं। समस्या की जानकारी मिलने पर हम अधिकारियों को निर्देश दे देते हैं कि इन समस्याओं का समाधान कीजिए । हमलोग एक-एक चीज को देख रहे हैं। सहकारिता मंत्री श्री सुरेंद्र प्रसाद यादव के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन क्या बोलता है इस पर मेरा कोई ध्यान नहीं है। हम इसे नहीं देखे हैं। हम अभी घूम रहे हैं। लौट कर जाने के बाद हम एक-एक चीज को देखते हैं। राजद के द्वारा सुधाकर सिंह को नोटिस दिये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो तो ठीक ही है। सब बातें आपलोगों को मालूम ही है।

इसके पश्चात् बक्सर जिलान्तर्गत प्रखंड सिमरी के उच्च विद्यालय कठार के निकट किसानों द्वारा जैविक तकनीक के माध्यम से की गई केले की खेती का मुख्यमंत्री ने मुआयना किया। डुमरांव फार्मर प्रोड्यूसर उत्पादक संगठन, रविदास बाबा फार्मर प्रोड्यूसर उत्पादक संगठन, दियारांचल एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर उत्पादक संगठन, निर्भर एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर उत्पादक संगठन एवं बिहार जैविक कॉरिडोर योजना अंतर्गत प्रतिवर्ष अनुदान पानेवाले किसानों द्वारा जैविक तरीके से उपजायी गयी मशरूम, मटर, टमाटर, अमरूद, पपीता, केला सहित अन्य उत्पाद से संबंधित लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने मुआयना कर किसानों से बातचीत की। किसानों ने जैविक तरीके से की गई खेती से होनेवाले लाभ एवं अपना अनुभव मुख्यमंत्री से साझा किया। कृषि सचिव एन0 सरवन कुमार को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जैविक उत्पादों के भंडारण एवं उनके विपणन का प्रबंध करें ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि घोड़परास एवं अन्य जानवरों से फसलों को होनेवाले नुकसान से बचाव हेतु किसानों को सहूलियत प्रदान करने की व्यवस्था सुनिश्चत करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैविक तरीके से यहां काफी अच्छी खेती हुई है, इससे लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। पत्रकारों से बात करते हुए बिहार में जैविक खेती के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जैविक खेती शुरु करने को लेकर हमने कई वर्ष पहले ही कहा था। आज हम जैविक खेती देखने के लिए आ गये हैं। यहां पर काफी अच्छी जैविक खेती हुई है। जैविक खेती को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। जैविक खेती से लोगों की आमदनी काफी बढ़ेगी। जंगली जानवरों से फसल को होनेवाले नुकसान से बचाने को लेकर सरकार किसानों की मदद करेगी। हाजीपुर के बाद बक्सर में बड़े पैमाने पर केला लगाये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो बहुत ही अच्छा लग रहा है। बक्सर खेती के लिए मशहूर जगह है। यहां धान के साथ सब चीजों की खेती होती है। गंगा नदी के किनारेवाले सभी इलाकों में जैविक खेती कराने को लेकर हमलोग शुरु से कहते रहे हैं। अब इन इलाकों में हो रही जैविक खेती को देखकर अच्छा लग रहा है। जैविक खेती की सुरक्षा को लेकर सरकार किसानों की मदद करेगी। काफी पढ़े लिखे लोग भी अब खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं यह देखकर अच्छा लग रहा है। हमारा शुरु से ही प्रयास रहा है कि लोगों की स्थिति को बेहतर किया जाये। बिहार में पहले की तुलना में खेती बढ़ी है। जैविक खेती से होनेवाले उत्पादन को खाने से लोगों का स्वास्थ्य भी अच्छा भी रहेगा। लोगों को बीमारी कम से कम होगी, लोग स्वस्थ्य रहेंगे। वर्ष 2008 में ही हमलोगों ने बिहार में कृषि रोडमैप पर काम करना शुरु कर दिया था। अभी चौथे कृषि रोडमैप को लेकर तैयारी चल रही है। अभी एक बार और पूरे बिहार के किसानों के साथ संवाद कर चौथे कृषि रोड मैप को अंतिम रुप दिया जायेगा। इसी साल के अप्रैल से चौथा कृषि रोड मैप लागू हो जायेगा। लोगों के बीच नहीं जाने के विपक्ष के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शुरु से ही लोगों के बीच जाते रहे हैं। एम०एल०ए०, एम०पी०, केंद्र सरकार में मंत्री रहने के दौरान भी हम लगातार जनता के बीच जाते रहे हैं। अभी बिहार के लोगों का काम करने के दौरान भी हम लगातार लोगों के बीच जाते रहते हैं। लोगों के बीच जाने से ही आयडिया होता है लोगों के लिए और क्या काम करना चाहिए। कहीं से कोई समस्या सामने आती है तो हम उसको लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा करते हैं और उनको सुझाव देते हैं। जो काम हो रहा है उसको देखना और आगे क्या बेहतर किया जा सकता है उसकी जानकारी लेना ही हमारी यात्रा का मकसद है। समाधान यात्रा के दौरान हम जहां भी जाते सभी जगहों पर लोगों का काफी स्नेह मुझे मिल रहा है। यात्रा के दौरान किसानों के साथ भी काफी अच्छा संवाद हुआ है। किसानों की स्थिति और बेहतर हो इसको लेकर शुरु से हमलोगों का प्रयास रहा है। किसानों के पैदावार को बेचने को लेकर ससमय बाजार की व्यवस्था होनी चाहिए। हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने को लेकर हमलोग काम कर रहे हैं। किस इलाकों में किस चीज की बेहतर खेती हो सकती है इसको लेकर भी हमलोग काम कर रहे हैं। आनेवाले समय में बिहार के किसानों को काफी फायदा होगा। बिहार में 75 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर हैं। खेती में लगे सभी लोगों के लिए हमलोग काम करते हैं। लोगों की आमदनी बढ़ेगी तो वे लोग अपने बच्चों को अच्छे तरीके से पढ़ायेंगे। बच्चे-बच्चियां पढ़ेगी तो आगे बढ़ेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के अधिकतम लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं। कुछ लोग तो किसी चीज के खिलाफ में होते ही हैं, ऐसे लोगों को भी समझाने का प्रयास करते रहना चाहिए।बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो इसका काफी विकास हो जाता। अभी कई काम बिहार सरकार को खुद करनी पड़ती है। अगर विशेष राज्य को दर्जा मिल जाता तो बिहार इतना विकसित हो जाता जिसकी कल्पना आप नहीं कर सकते हैं। विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने के बावजदू हमलोग बिहार का विकास कर रहे हैं। पहले कई पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया वैसे ही अभी भी देनी चाहिए। सभी पिछड़े राज्य विकसित हो जायेंगे तो देश विकसित हो जायेगा। विकसित राज्य से आनेवाले लोग दूसरे राज्य की बात को समझ ही नहीं रहे हैं। वे जहां से आये हैं वह राज्य शुरु से ही विकसित था ।बलबतरा गांव के समीप बने हेलीपैड पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नेताओं एवं जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। भ्रमण के दौरान ग्रामवासियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया ।