पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्य सचिवालय परिसर में मॉलसी पौधा का रोपण कर राज्यस्तरीय वन महोत्सव-2023 का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने सिंचाई भवन के नवनिर्मित बेसमेंट पार्किंग का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव श्रीमती बंदना प्रेयसी, भवन निर्माण विभाग के सचिव सह पटना प्रमंडल के आयुक्त कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद बिहार का हरित आवरण क्षेत्र 9 प्रतिशत ही रह गया था। हरित आवरण क्षेत्र बढ़ाने के लिए वर्ष 2012 से हमलोगों ने पौधारोपण करना शुरु किया। उसके बाद वर्ष 2019 में जल- जीवन – हरियाली अभियान की शुरुआत कराकर हमलोगों ने इसको और आगे बढ़ाया। राज्य का हरित आवरण क्षेत्र अब बढ़कर 15 प्रतिशत हो गया है। आज जो कार्यक्रम की शुरुआत की गई है उसके अंतर्गत दो माह के अंदर 4 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण किया जाएगा। हम चाहते हैं कि राज्य का हरित आवरण क्षेत्र जल्द से जल्द 17 प्रतिशत हो जाए। बिहार का क्षेत्रफल कम है और यहां की आबादी घनी है इसको ध्यान में रखते हुये हमलोग 17 प्रतिशत हरित आवरण क्षेत्र के लिए काम कर रहे है। पहले पेड़ों की कमी थी, लेकिन अब हर जगह पेड़ दिखायी देने लगे हैं। इस काम में हमलोग लगे हुए हैं। विकास के जितने भी सरकार के कार्यक्रम हैं उसको देखने के लिए हम घूमते रहते हैं और लोगों की राय भी सुनते हैं और जहां कहीं भी कमी दिखती है उसका समाधान करते है। जिस इलाके में जैसी आवश्यकता होती है उस अनुसार काम किया जाता है। हमलोग लगातार विकास के काम में लगे हुये हैं।