सीतामढ़ी : रीगा चीनी मिल चालू कराने के सीएम के ऐलान के तीन माह बाद भी मिल चालू कराने हेतू ठोश पहल नही होने के खिलाफ आक्रोशित गन्ना किसानो, कामगारों तथा व्यवसायियों ने रीगा चीनी मिल क्षेत्र को पूर्णतः बंद कराया। बंद के दौरान सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान, रिक्शा, ठेला, आटो, बड़ी तथा छोटी वाहनो का परिचालन बंद रहा।


आक्रोशित किसान-कामगार प्रदर्शन करते हुए रीगा चीनी मिल चालू करो, एनसीएलटी में 13 अप्रैल को सरकार ठोश पहल करे, सक्षम उद्यमी से मिल चलाना सुनिश्चित करो, किसान-कामगारों के बकाये का भुगतान तथा केसीसी ऋण से मुक्ति हो का नारेबाजी कर रहे थे। बड़ी संख्यामें किसान-कामगारो ने रीगा चीनी मिल चौक को दो घंटे जामकर विरोध प्रदर्शन किया। अध्यक्षता किसान मोर्चा तथा कामगार नेता पारसनाथ सिंह तथा रामनन्दन ठाकुर ने संयुक्त रूप से किया।


मौके पर सभा को संबोधित करते हुए मोर्चा के उत्तर बिहार अध्यक्ष डा. आनन्द किशोर ने कहा सरकार किसानो के धैर्य की परीक्षा न ले। तीन साल से रीगा चीनी मिल बंद है, डेढ वर्ष से एनसीएलटी में मामला लंवित है तथा तीन माह मुख्यमंत्री के वायदे का हो चुका है। रीगा के 40 हजार किसानो तथा कामगारों को एक पूंजीपति सड़क तथा कटघरे में खडाकर मार रहा है और यह एनडीए तथा महागठबंधन दोनो सरकार के रहते हो रहा है। अगर मिल चालू कराने को एनसीएलटी में सरकार ठोश तथा त्वरित कार्रवाई नही करती है, बकाये के भुगतान पर कार्रवाई नही होती है तो राज्य स्तर पर आन्दोलन होगा तथा राष्ट्रीय स्तर के किसान नेताओ को रीगा बुलाकर आन्दोलन तेज किया जायेगा।


किसान सभा के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश राय ने आन्दोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए एकजुटऔर तेज संघर्ष का आह्वान किया। प्रगतिशील किसान यूनियन के अध्यक्ष शंकर सिंह बघेला ने भी बंद का सक्रिय समर्थन किया। बंद को रामपदारथ मिश्र तथा सुरेश बैठा ने संबोधित करते हुए सरकार को मांग पूरी करने के लिए चेताया। कर्पूरी जी तथा अतुल बिहारी मिश्र के नेतृत्व मे भाकपा, माकपा किसान सभा के साथियों ने भी सक्रिय समर्थन दिया तथा मिल चालू होने तक संघर्ष तेज रखने की घोषणा की।


संजीव चौधरी के नेतृत्व मे भाजपा किसान मोर्चा का भी सक्रिय समर्थन मिला। मिल चौक धरनास्थल पर सभा को मोर्चा के जिलाध्यक्ष जलंधर यदुबंशी, शंकर मंडल, कामगार यूनियन के अध्यक्ष रामनन्दन ठाकुर सचिव मनोज कुमार सिंह, विनोद कुमार, राजकुमार झा, किसान नेता योगेन्द्र यादव, पारसनाथ सिंह, अशोक कुमार सिंह, रामसागर ठाकुर, मुखिया राघवेन्द्र कुमार सिंह, रामपुकार साह, नरेन्द्र यादब, दिनेश सिंह, कौशलकिशोर सिंह, कुलदीप यादव, राजेन्द्र चौधरी, रामविनय कुशवाहा, अशोक निराला, बीरेन्द्र यादव, राजेश सिंह, देवकी दास, अवधेश यादव, विश्वनाथ प्रसाद, रामकुमार राम, सहित अन्य किसान नेताओ ने संबोधित किया।