पटना सिटी: पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग के प्रमुख प्रोफेसर श्यामल किशोर ने कहा है कि मानव सभ्यता के सतत विकास के लिए दर्शन शास्त्र हमेशा सार्थक है। पटना सिटी के ओरिएंटल कॉलेज में आयोजित व्याख्यान को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दर्शन के बिना सामाजिक और बौद्धिक विकास असंभव है। वर्ल्ड फिलॉसफी डे के उपलक्ष्य में आयोजित व्याख्यान में डॉ किशोर ने कहा कि दैनिक जीवन में हर व्याक्ति को थ्री सी यानी creation, collective approach, comprehension को अपनाना चाहिए।
अपने स्वागत भाषण के दौरान कॉलेज की दर्शनशास्र की विभाग अध्यक्ष डॉक्टर फौजिया परवीन ने कहा कि दर्शन संसार के शुरुआत से अंत तक मानव विचारों को दिशा देता रहेगा। उन्होंने बताया कि महान दार्शनिक सुकरात के जन्मदिन के अवसर को यादगार बनाने के लिए नवंबर माह के तीसरे बृहस्पतिवार को विश्व दर्शन दिवस के रूप में मनाया जाता है। सुकरात ने अपने दर्शन में नीति का ज्ञान दिया। इस साल का थीम है, “सबका विकास”।
महाविद्यालय के प्राचार्य डा एस मसुदुर रहमान ने कहा कि विकास और सम्मान सभी मनुष्य का अधिकार है। कार्यक्रम का संचालन डॉ मृत्युंजला कुमारी सिन्हा ने प्रभावी और रुचिकर ढंग से किया। इस अवसर पर उप प्राचार्य डॉ फैजी आफताब, प्रोफ़ेसर दुर्गा भानी, डॉ टी एच निजामी, प्रोफ़ेसर होना हुसैन, डॉ निधि समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। व्याख्यान में भारी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी की उपस्थिति रही।