नीतीश सरकार में राजद कोटे के एक मंत्री ने स्त्री-मर्यादा की हदें तोड़ दीं। तीन महीने पहले यह हद टूटी। 20 जून को पुलिस ने प्राथमिक जांच में पुष्टि की। कोर्ट ने केस की इजाजत दी।
पटना : बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ. सुरेंद्र यादव अपनी अमर्यादित टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। गया के बेलागंज की महिला जिला परिषद सदस्य करिश्मा सिंह पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में सहकारिता मंत्री डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव पर फतेहपुर थाना में FIR दर्ज की गई है। जिले के गुरपा में पिछले 4 मई 2023 को एक सभा के दौरान सहकारिता मंत्री डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव ने करिश्मा सिंह पर अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी की था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक मैम हाफ पैंट में आती है और घूम घूमकर वोट मांगती है। मंत्री यही नहीं रुके, आगे उन्होंने कहा, वो महिला स्थानीय उम्मीदवार को हरा देती है। वोट मांगने के दौरान युवा उसकी फोटो खींच कर रात में किस किया करते थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला आरक्षण के लिए पूरे देश में नज़ीर हैं और उनकी सरकार के मंत्री डॉ. सुरेंद्र यादव ने एक महिला नेत्री पर अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी। यह टिप्पणी अब सही साबित हो चुकी है।
ऑन रिकॉर्ड हैं अब यह बातें- जानें पूरी लाइन
नेत्री से पहले वह एक महिला हैं और उन्होंने अपने खिलाफ नीतीश सरकार के मंत्री के इस बयान को लेकर लिखित शिकायत भी दी और वीडियो प्रमाण भी पुलिस के समक्ष उपलब्ध कराए। महिला ने 4 मई 2023 को गया में टनकुप्पा प्रखंड मुख्यालय के एक सार्वजनिक सभा में सहकारिता मंत्री डॉ. सुरेंद्र यादव की कही बातों का वीडियो प्रमाण भी दिया है। इसमें मंत्री कह रहे हैं- “जहां से हम चुनाव जीत रहे हैं, जहां से तेजस्वी बाबू चुनाव जीत रहे हैं… सीधे दिल्ली से मेम आ जाएगी… कहानी सुना देते हैं, सच्चा कहानी! जब मेम आ जाएगी दिल्ली से और वह मेम जब खड़ा हो जाएगा… हाफ कपड़ा में खड़ा हो जाएगा… हाफ कपड़ा पहन के ऊपर से नीचे तक… तो सारा लड़का उसी के पीछे-पीछे चल जाएगा और सब वोट उसी को डाल देगा… और बड़का-बड़का नेता धराशाई हो जाएगा। इसी तरह एक मेम लड़ी मेरे विधान परिषद क्षेत्र से… हाफ पैंट पहन के… हाफ विदेशी कपड़ा पहन के लड़ी जिला परिषद से और जमानत जप्त कर दिया सब नेता के और अब सब खोज रहे हैं। पहले तो सब लड़का उसका फोटो रखा था अपने मोबाइल में और चुम्मा लेता था… उसको रात में सपना में भी आ रहा था। अब नजर नहीं आ रहा था। वह तो चल दिया।”
धारा 500/509 के तहत केस
4 मई को हुई इस अमर्यादित टिप्पणी को लेकर महिला ने क्या कुछ झेला होगा, यह इस बात से समझा जा सकता है कि 25 मई को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) के जरिए लिखित जानकारी फॉरवर्ड होकर आने के बाद 20 जून 2023 को फतेहपुर थाना में सनहा अंकित हुआ। केस दर्ज नहीं हुआ। 20 जून को फतेहपुर थानाध्यक्ष ने गया व्यवहार न्यायालय के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी को धारा 500/509 के तहत कार्यवाही के लिए प्रतिवेदन जमा किया गया। 26 जून को कोर्ट ने लिखा- “कार्यवाही का पर्याप्त आधार पाते हुए थानाध्यक्ष फतेहपुर को अन्वेषण प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की जाती है।” अब दो महीने से ज्यादा गुजरने के बाद केस दर्ज करने की बात सामने आयी है।
धनवंत सिंह राठौर ने दिया था मंत्री सुरेन्द्र यादव के गर्दन काटने पर 11 करोड़ का ऑफर
अभद्र टिप्पणी का वीडियो वायरल होने पर क्षत्रिय सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर ने सोशल मीडिया पर मंत्री सुरेन्द्र प्रसाद यादव से माफी मांगने की अपील की थी। गुस्से में राठौर ने मंत्री सुरेन्द्र प्रसाद यादव के गर्दन काट के लाने पर 11 करोड़ देने की बात कही थी। महिलाओ के अपमान पर मंत्री ने कोई माफी नहीं मांगी और ढेड- दो महीने होने बाद राठौर पर प्राथमिकी दर्ज की I जिसका आधार सोशल मीडिया के मे बयान को बनाया गया। लेकिन प्राथमिकी में उन्होंने यह नहीं कहा कि उन्होंने महिला के खिलाफ टिप्पणी की थी। न ही प्रशासन ने करिश्मा सिंह के आरोप पर कोई कार्रवाई की । लेकिन मंत्री के पत्र को एफआईआर में तब्दील कर तुरंत रामपुर थाना ने कांड संख्या 431/ 23 दिनांक 01/07/2023 दर्ज कर लिया और एमआईजी 76, कंकड़बाग पटना से गिरफ्तार कर रामपुर थाना ले गया था।
राज्यपाल से भी की थी मुलाकात
हाल के दिनों में इस मामले को लेकर जिला परिषद सदस्य करिश्मा सिंह और क्षत्रिय सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर ने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी।
JDU के महिला प्रकोष्ठ की नेत्री हैं करिश्मा सिंह
जिला परिषद सदस्य जेडीयू के महिला प्रकोष्ठ की नेत्री हैं। सीएम नीतीश कुमार से भी शिकायत की थी कि ऐसे मंत्री को अविलंब बर्खास्त किया जाए। जनप्रतिनिधि के साथ ऐसी अभद्र टिप्पणी करते हैं तो आम महिलाओं के साथ क्या करते होंगे? न्याय के लिए गया के जिलाधिकारी और एसएसपी से भी गुहार लगाई थी। इसको लेकर जिला परिषद सदस्य काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन कर मंत्री की गिरफ्तारी की मांग स्थानीय प्रशासन से की थी।