हिन्दी-काव्य-नभ के प्रखर भास्कर थे महाप्राण निराला : डा अनिल सुलभ
पटना : निराला ही व्यक्तित्व था महाप्राण ‘निराला’ का। हिन्दी-काव्य-नभ के सर्वाधिक प्रखर भास्कर थे वे। छायावादकाल के चार प्रमुख-स्तम्भों में उनका व्यक्तित्व श्रेष्ठ और विराट था। छंद पर अधिकार…