पटना : ‘अगला स्टेशन भूतनाथ है, दरवाजे बाईं ओर खुलेंगे। यात्रियों से अनुरोध है कि कृपया दरवाजों से दूर हट कर खड़े हों।’ ये सुन कर ही ऐसा लग रहा है कि पटना मेट्रो में बैठ गए हैं। मेट्रो में सफर कर रहे लोगों को जल्द ही इस तरह का एनाउंसमेंट सुनने को मिलेगा। छुकछुक करती रेल से हाईस्पीड ट्रेनों तक के सफर के बाद अब बारी मेट्रो की है।

अब तो पटना वाले भी व्याकुल हो रहे हैं कि कब पटना मेट्रो में सफर होगा। तो आपको बता दें कि इंतजार ज्यादा दिन का नहीं रह गया है। पटना में मेट्रो के शुभारंभ का काउंटडाउन शुरू हो चुका है।  15 अगस्त को ब्लू लाइन पर चलने वाली मेट्रो को हरी झंडी दिखाई जाएगी। इसके लिए प्रायोरिटी कारिडोर के स्टेशन स्वरूप में आने लगे हैं। मेट्रो सेवा शुरू होने से पटना की यातायात व्यवस्था में आमूल-चूल बदलाव आने की उम्मीद है। लोगों को जाम, धूल, धूप, ठंड एवं गर्मी से राहत मिलेगी। पूरी तरह एयर कंडिशंड बोगियों में सफर का आनंद उठा सकेंगे।

2019 में हुई थी परियोजना की शुरुआत

पटना मेट्रो रेल परियोजना की स्वीकृति 27 फरवरी 2019 को दी गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन इसका काम कर रही है। इसके तहत कुल 31.9 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण होना है। इसमें दो कारिडोर का निर्माण कार्य चल रहा है।

कुल 24 स्टेशन होंगे जिनमें 12 अंडरग्राउंड एवं इतने ही एलिवेटेड होंगे। एक कारिडोर उत्तर-दक्षिण का है जिसकी लंबाई 14.5 किलोमीटर जबकि दूसरे कारिडोर पूर्व-पश्चिम की लंबाई 16.94 किलोमीटर होगी। पहले कारिडोर में आठ एलिवेटेड एवं छह अंडरग्राउंड जबकि दूसरे कारिडोर में पांच एलिवेटेड ओर सात अंडरग्राउंड स्टेशन हैं।

पहले कारिडोर में मेट्रो का पहला स्टेशन बैरिया में न्यू आइएसबीटी जबकि अंतिम स्टेशन मलाही पकड़ी होगा। इस बीच में जीरो माइल, भूतनाथ और खेमनीचक भी आएंगे। सभी स्टेशन एलिवेटेड हैं। न्यू आइएसबीटी में ही 76 एकड़ जमीन पर डिपो बन रहा है। इसी डिपो से मेट्रो ट्रेन निकलेगी। मलाही पकड़ी से आइएसबीटी का 14.45 किमी लंबा ट्रैक उत्तर-दक्षिण कारिडोर का हिस्सा है। शुरुआत में 6.61 किमी एलिवेटेड हिस्से में मेट्रो चलेगी। बाद के दिनों मे मलाही पकड़ी से पटना यूनिवर्सिटी की ओर दो और स्टेशन जुड़ेंगे।

तीन रेक के साथ चलेगी पहली मेट्रो

प्रायोरिटी कारिडोर के तहत पहले चरण में पटना मेट्रो रेल में तीन रेक होंगे। इसमें डेढ़ सौ यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी। अधिकतम छह कोच के साथ इसका परिचालन किया जाएगा। सभी कोच वातानुकूलित होंगे। इनमें सीसी कैमरे की नजर रहेगी। साथ ही वाइफाइ कनेक्शन, मोबाइल चार्जिंग साकेट भी होगा। मेट्रो स्टेशनों पर कैफेटेरिया एवं शापिंग एरिया भी होगा।

गौरतलब है कि दानापुर से नेहरूपथ होते हुए खेमनीचक के बीच 14 स्टेशन होंगे। इनमें सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, चिड़ियाघर, विकास भवन आदि शामिल हैं। एलिवेटेड स्टेशन में दानापुर, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, पटना बस टर्मिनल, जीरो माईल, भूतनाथ, खेमनीचक, मलाही पकड़ी, जगनपुरा, रामकृष्णानगर और मीठापुर शामिल हैं। वहीं अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों में रुकनपुरा, राजाबाजार, पटना जू, विकास भवन, विद्युत भवन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, मोइनुल हक स्टेडियम, राजेंद्रनगर और पटना जंक्शन शामिल हैं।