आज से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। नवरात्रि पर पूरे 9 दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। आज पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां शैलपुत्री को हिमालय की पुत्री माना जाता है। इस बार मां दुर्गा का आगमन हाथी पर हुआ है। आज नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना के साथ माता रानी का आह्वान करते हैं। उसके बाद मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। महानवमी 1 अक्टूबर को और विजयादशमी 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

क्यों 10 दिनों की होगी नवरात्रि?

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष नवरात्रि में किसी भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है, बल्कि वृद्धि हो रही है। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का पर्व नौ की बजाय पूरे दस दिनों का है, जो एक दुर्लभ और शुभ संयोग माना जा रहा है। ज्योतिष पंचांग के अनुसार, ऐसा ‘वृद्धि तिथि’ के कारण हो रहा है। इस बार तृतीया तिथि का व्रत 24 और 25 सितंबर को रखा जाएगा। दरअसल तृतीया तिथि दो दिन रहेगी, जिससे शारदीय नवरात्रि में एक दिन की वृद्धि होगी। देवी की उपासना के लिए एक अतिरिक्त दिन का मिलना अत्यंत मंगलकारी माना जाता है, जिससे भक्तों को साधना के लिए अधिक समय प्राप्त होगा।

शारदीय नवरात्रि 2025 कैलेंडर

* 22 सितंबर 2025 – प्रतिपदा (शैलपुत्री पूजा)
* 23 सितंबर 2025 – द्वितीया (ब्रह्मचारिणी पूजा)
* 24 सितंबर 2025 – तृतीया (चन्द्रघण्टा पूजा)
* 26 सितंबर 2025 – चतुर्थी (कूष्माण्डा पूजा)
* 27 सितंबर 2025 – पञ्चमी (स्कन्दमाता पूजा)
* 28 सितंबर 2025 – महाषष्ठी (कात्यायनी पूजा)
* 29 सितंबर 2025 – महासप्तमी (कालरात्रि पूजा)
* 30 सितंबर 2025 – महाअष्टमी (महागौरी पूजा)
* 1 अक्टूबर 2025 – महानवमी (सिद्धिदात्री पूजा)
* 2 अक्टूबर 2025 – विजयादशमी