नीतीश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से पटना मेट्रो (Patna Metro) का निर्माण कार्य जोरों शोरों पर है। अब वह दिन दूर नहीं.. जब बिहारवासी राजधानी दिल्ली की तरह अपनी राजधानी में मेट्रो का मजा ले सकेंगे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पटना मेट्रो के एलिवेटेड रूट के बाद अब अंडरग्राउंड यानी भूमिगत मेट्रो का कार्य भी तेज हो गया है। अंडरग्राउंड मेट्रो के रूट पर सबसे पहले उन जगहों को चिह्नित कर घेराबंदी की जा रही है, जहां मेट्रो स्टेशन बनाए जाने हैं। आपको बता दें कि जिन जगहों पर अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाएंगे उनमें आकाशवाणी, गांधी मैदान, विश्वविद्यालय और मोइनुलहक स्टेडियम का इलाका शामिल है। इसके लिए मिट्टी की जांच आदि हो चुकी है। अब खोदाई का काम शुरू किया गया है। तकनीकी कार्य पूरा होने के बाद यहां स्टेशन का निर्माण शुरू हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले भूमिगत मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, इसके बाद रूट के लिए टनल बनाने का काम होगा। कारिडोर-1 के एलिवेटेड रूट पर बनने वाले स्टेशनों के निर्माण पर करीब 528 करोड़ रुपये की जबकि अंडरग्राउंड रूट के स्टेशनों के निर्माण पर करीब दो हजार करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पटना मेट्रो (Patna Metro) के कारिडोर-1और कोरिडोर-2 मिलाकर कुल 24 स्टेशन बनाए जाने हैं। इसमें एक दर्जन स्टेशन भूमिगत होंगे। इसमें कोरिडोर-1 यानी दानापुर से खेमनीचक के बीच रूकनपुरा, राजा बाजार, चिड़ियाघर, विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन पर भूमिगत स्टेशन होगा। इसके अलावा कोरिडोर-दो यानी पटना स्टेशन से न्यू आइएसबीटी के बीच आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, विश्वविद्यालय, मोइनुलहक स्टेडियम और राजेंद्रनगर भूमिगत स्टेशन हैं। पटना जंक्शन इंटरचेंज स्टेशन है।