पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व० भोला पासवान शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर श्रीकृष्ण स्मारक भवन परिसर में आयोजित राजकीय समारोह में स्व० भोला पासवान शास्त्री जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, विधि मंत्री शमीम अहमद, सूचना प्रावैधिकी मंत्री मो0 इसराईल मंसूरी, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, बिहार राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शिवशंकर निषाद सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी स्व० भोला पासवान शास्त्री जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन, भजन-कीर्तन एवं बिहार गीत का गायन किया गया।कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पारित होने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग तो शुरु से चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल पास हो। यह लोकसभा से पास हो गया है। महिला आरक्षण को जल्दी से लागू करना चाहिए। ये लोग जनगणना नहीं करवाये हैं, इसलिए इसमें देरी होगी । इस काम को और तेजी से करना चाहिए। जिस तरह से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिलाओं को आरक्षण दिया गया है, उसी तरह से इसमें पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण मिलना चाहिए। हम तो चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी महिलाओं को इसका लाभ मिले। हमने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है।

जाति आधारित जनगणना की मांग से संबंधित पत्रकारों के पश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग यंगर एज से इसकी मांग करते रहे हैं। जनगणना का काम वर्ष 2021 में होना चाहिए था जो नहीं हुआ। ये सब काम करा दिए जायेंगे तो लोगों को काफी फायदा होगा । लोगों के एक-एक चीज के बारे में जानकारी मिलेगी। उनकी स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी, जिससे उनके हित में काम किए जा सकेंगे। हमलोग सबके उत्थान के लिए लगातार काम कर रहे हैं। हमलोगों का यही उद्देश्य है कि महिला आरक्षण बिल जल्द लागू हो जाए, इससे महिलाओं का काफी उत्थान होगा। यह हमारे लिए बड़ी खुशी की बात होगी। हमलोगों ने अपने राज्य में महिलाओं के उत्थान के लिए काफी काम किए हैं।सचिवालय पहुंचने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2013 तक हम 19:30 बजे तक मुख्य सचिवालय अपने कार्यालय में आते थे। हमको जानकारी मिली कि लोग समय पर नहीं आ रहे हैं तो हम कल भी और आज भी सचिवालय आकर निरीक्षण किए हैं। हमने तय किया हैं कि तीन दिन सचिवालय आयेंगे। हम चाहते हैं कि सभी लोग समय पर कार्यालय पहुंचे और ठीक ढंग से काम करें।भाजपा कह रही है कि पूरे देश में वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव के बाद जातिगत जनगणना कराया जाएगा इस प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक यह हो जाना चाहिए था, इसमें देरी क्यों हो रही है। वर्ष 2024 में शुरु करने की क्या जरुरत है इसको तत्काल शुरु कर देना चाहिए। वर्ष 1931 से जनगणना का काम किया जा रहा है। प्रत्येक दस वर्ष पर जनगणना का काम किया जाता है, यह पिछली बार नहीं किया गया, ये अच्छी बात नहीं है। जल्दी से इस काम को शुरु करना चाहिए। महिला आरक्षण को लागू करने में इन्हें देरी होगी। जब महिला आरक्षण लागू हो जाएगा तो मुझे बहुत खुशी होगी।मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता श्री सीताराम येचुरी से मुलाकात के प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेताओं से हमारी मुलाकात होती रहती है, आपस में बातचीत होती रहती है।भाजपा के लोग कहते हैं कि कोई काम नहीं दिख रहा है इस प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोग जानते हैं कि क्या-क्या काम हो रहा है लेकिन मीडिया पर उनलोगों का नियंत्रण है, इसलिए चाहकर भी आपलोग सही बात नहीं रख पाते हैं। जब उनलोगों से आपलोगों को मुक्ति मिलेगी, आपको अधिकार मिलेगा तब आप अपनी बातों को रख पाएंगे। जब हम कॉलेज में पढ़ते थे और लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में आंदोलन हुआ था तब से हमलोगों का पत्रकारों से काफी बेहतर संबंध रहा है। जब हम सांसद थे उस समय भी मेरा सभी लोगों से बढ़िया संबंध था। हम आप सभी लोगों के पक्ष में रहते हैं। हम पत्रकारों के कभी खिलाफ नहीं रहे हैं। सबकी अलग-अलग राय हो सकती है, जिसको जो सही लगेगा वो लिखेगा, यह उनका अधिकार है। पत्रकारों का अधिकार नहीं खत्म होना चाहिए।भाजपा के लोगों के बयान से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते हैं। जनता के हित के बारे में हम सोचते हैं। देश के उत्थान पर हमारा ध्यान है। हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं। हम सबकी इज्जत करते हैं। सभी के लिए हम काम करते हैं।