पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कम्पनी लिमिटेड एवं अनुषंगी कम्पनियों के स्थापना दिवस के 11वें स्थापना दिवस वर्षगांठ के अवसर पर ऊर्जा प्रक्षेत्र की 13934.89 करोड़ रुपए की लागत की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण, कार्यारंभ एवं शिलान्यास किया। ऊर्जा ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के सी०एम०डी० श्री संजीव हंस ने मुख्यमंत्री को पौधा भेंटकर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम में ऊर्जा प्रक्षेत्र की उपलब्धियों योजनाओं एवं विकास कार्यों पर आधारित लघु फिल्म मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित की गई।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पुनः मुझे ऊर्जा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित होने का मौका मिला है। मुझे काफी खुशी हो रही है। आज ऊर्जा प्रक्षेत्र की कई योजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण, कार्यारंभ एवं शिलान्यास किया गया है। इसके लिए मैं ऊर्जा योजना एवं विकास मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव सहित यहां उपस्थित सभी लोगों को बधाई देता हूं। मेरा आग्रह है कि इन कामों को तेजी से और बेहतर ढंग से निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप पूर्ण कराएं। पहले बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी, यह आप सभी को पता है। जब हमें बिहार में काम करने का • मौका मिला तो उस समय मात्र 700 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होती थी। राजधानी पटना में लगभग 8 घंटे ही बिजली की आपूर्ति हुआ करती थी। हमलोगों ने इस दिशा में तेजी से काम करते हुए लोगों के घर-घर तक बिजली पहुंचा दी। अब बिहार में 7000 मेगावाट से भी ज्यादा बिजली की आपूर्ति हो रही है। गांव हो या शहर हर जगह बिजली की निर्बाध रुप से सप्लाई हो रही है। राज्य सरकार ऊंची कीमत पर बिजली खरीद कर कम पैसे में लोगों को बिजली मुहैया करा रही हैं। आप सभी इसी बुलंदी के साथ काम करते रहिए। अभी आगे बहुत काम करना है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में हर जगह प्री-पेड मीटर लगाने का काम चल रहा है इससे लोगों को काफी सुविधा हो रही है। साथ ही साथ पैसे की भी बचत हो रही है। वर्ष 2020 में कोरोना का दौर आने से काम में कुछ बाधाएं आयीं लेकिन अब काम काफी तेजी से किया जा रहा है। मेरी इच्छा है कि प्री-पेड मीटर लगाने का कार्य वर्ष 2024 तक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सब जगह पूर्ण करा दें। इसके लिए जितने पैसे की जरूरत होगी, राज्य सरकार उपल्ब्ध करायेगी। आवश्यकता पड़ी तो एडिशनल बजट भी लाया जाएगा। यह बहुत अच्छा काम है इसलिए इसे तेजी से कराएं। यह काम पूर्ण हो जाएगा तो मुझे बेहद प्रसन्नता होगी। बिजली की आपूर्ति पावर सब स्टेशन के माध्यम से की जाती है। जरूरत के मुताबिक पर्याप्त संख्या में पावर सब स्टेशन लगाने के साथ-साथ उसमें सुधार का काम भी किया जा रहा है। आप सभी ठीक ढंग से काम कर रहे हैं इसके लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2018 के अक्टूबर माह में निर्धारित समय से दो माह पूर्व ही हर घर तक बिजली पहुंचाने का काम पूरा करा दिया। हर घर नल का जल भी पहुंचा दिया गया है। इससे लोगों को काफी सहूलियत हो रही है। हर खेत तक सिंचाई उपलब्ध हो, इसके लिए कृषि फीडर से किसानों को काफी कम दर पर बिजली मुहैया कराने की दिशा में काम तेजी से किया जा रहा है। यह काम जब पूरा हो जाएगा तो फसलों के उत्पादन तथा उत्पादकता में और अधिक वृद्धि होगी। इसका फायदा सीधे किसानों को मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में बेहतरी आयेगी। सूखे की स्थिति में भी किसानों को कम परेशानी झेलनी पड़ेगी। बिहार मेंआज भी 75 प्रतिशत लोगों की निर्भरता कृषि पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सभी जगह सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का काम चल रहा है। इसके लग जाने से अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी भरपूर रोशनी रहती है। रात में भी गांव के लोग सहूलियत पूर्वक आवागमन कर रहे हैं। इस काम में तेजी लाकर, इसे जल्द से जल्द पूर्ण कराएं। सभी पंचायतों के अंदर पर्याप्त संख्या में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है। प्रत्येक वार्ड में कम से कम 10 सोलर स्ट्रीट लाइट लगाये जाने हैं। यदि किसी वार्ड में अधिक सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की जरूरत हो तो उसे भी कराएं। सौर ऊर्जा, अक्षय ऊर्जा है। यह सूर्य भगवान से मिलती है, जो कभी खत्म नहीं होगी। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में भी सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है। हमारे प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, यहां बैठे हुए हैं, इन्होंने ही यह काम कराया था। हम चाहते है कि अधिक से अधिक लोग सौर ऊर्जा का उपयोग करें। हमलोग सभी सरकारी भवनों में इस काम को करा रहे हैं। निजी भवनों में भी सौर ऊर्जा का अधिक से अधिक इस्तेमाल हो, इसके लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है और उन्हें जो भी मदद देने की आवश्यकता होगी, हमलोग करेंगे। कोयले से मिलने वाली बिजली खत्म हो जाएगी लेकिन सौर ऊर्जा कभी खत्म नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से बिहार के विकास के लिए हमलोगों काफी काम किया है। युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। बड़ी संख्या में नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा यदि 50 हज़ार नियुक्ति पत्र वितरण भी किया जाता है तो समाचार पत्रों में बड़ी-बड़ी सुर्खियां बन जाती है जबकि हमलोगों के विकास कार्यों की चर्चा बहुत कम की जाती है। कल 2 नवंबर को हमलोग राज्य सरकार द्वारा 1 लाख 20 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण करने जा रहे हैं। यह बात भी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचनी चाहिए। आप सभी सोशल मीडिया के माध्यम से इस बात को लोगों तक पहुंचाएं। हम व्यक्तिगत रूप से किसी काम का क्रेडिट नहीं लेते हैं क्योंकि राज्य सरकार द्वारा ही विकास के कार्य किए जाते हैं। हमारे विकास कार्यों को मीडिया में कम जगह मिलती है, इसकी हमें कोई चिन्ता भी नहीं है। हम लोगों की भलाई और बिहार के विकास के लिए काम करते रहेंगे। हम पत्रकारों के हितैषी हैं। जब आप सभी को वर्तमान केंद्र की सरकार से मुक्ति मिल जाएगी तो आप सब वास्तवित बातों को लोगों के सामने रख सकेंगे। मैं पुनः एक बार आज के इस कार्यक्रम में आप सभी का अभिनंदन करता हूं। आप सभी इंजीनियर और अधिकारी ठीक ढंग से काम कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि बिना किसी व्यवधान के बिजली की आपूर्ति ठीक ढंग से होता रहे और काम तेजी से आगे बढ़ता रहे। आज के इस कार्यक्रम में आपने मुझे आमंत्रित किया इसके लिए मैं आप सभी को धन्यवाद और बधाई देता हूं।
कार्यक्रम को ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री श्री विजेंद्र प्रसाद यादव, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के सी०एम०डी० श्री संजीव हंस ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार, नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आदित्य कुमार सहित ऊर्जा विभाग के अन्य अभियंतागण एवं पदाधिकारीगण उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जिलों से सांसदगण, विधायकगण, विधानपार्षदगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, ऊर्जा विभाग के अभियंतागण, पदाधिकारीगण एवं कर्मीगण जुड़े थे I