पटना : राजधानी में बनी पीआरडीए की आवास जिसकी कीमत अब करोड़ों में पहुंच गईं है पीएमसी के नो ऑब्जेक्शन के बेची जा रही है। राजेंद्र नगर और एसके पूरी क्षेत्र की कीमत करोड़ों में पहुंच गईं है। एसके पूरी मे रामबिलास पासवान के मकान के बगल में 38 नंबर के आवास को दो भाई बेचने के लिए पहले तैयार हुए बाद में एक भाई के बेटियां दामाद के विरोध पर वापस होने पर मारपीट की नौबत आ गई। स्थानीय थाना ने मामले को पीआरडीए (पटना नगर निगम) के संज्ञान में दिया। पटना नगर निगम का मानना है कि आवास को बिना नो ऑब्जेक्शन के खरीद बिक्री नही की जा सकती है। दोनो भाई अमित सुनील जिनके मां इंद्रा देवी के नाम पर आवास था उसे और अन्य आवास के खरीद बिक्री के पर रोक लगाने का निर्देश आज अपनी बैठक में निबंधक पटना को जारी किया है।
निगम ने बिना नो ऑब्जेक्शन जारी के किसी भी आवास के खरीद बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। निगम ने आम नागरिकों से अपील की है कि पीआरडीए (पटना नगर निगम) की कोई आवास लेने से पहले निगम से स्वामित्व और नो ऑब्जेक्शन ज़रूर देख ले। अब भी एक भाई बिक्री दुसरा भाई बेटी दामाद के दवाब पर बेचने से इंकार कर रहा है। सूत्रों से जानकारी के अनुसार एक भाई ने एडवांस भी ले रखा है। दूसरे भाई अपने हिस्से को बेचने के लिए तैयार नहीं है। निगम के कुछ अधिकारी कर्मचारी के मिलीभगत से निगम को चुना लगाया जा रहा है।