विराट कोहली ने अपने वनडे करियर का 49वां शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगाया। उन्होंने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में अफ्रीकी टीम के खिलाफ यादगार पारी खेली। कोहली ने रविवार को वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। खास बात यह है कि उन्होंने अपने 35वें जन्मदिन पर यह उपलब्धि हासिल की।
सचिन से कम पारियों में लगाए 49 शतक
सचिन ने अपने वनडे करियर में 463 मैच खेले। इस दौरान 452 पारियों में 18426 रन बनाए। उनका औसत 44.83 का रहा। तेंदुलकर ने 49 शतक और 96 अर्धशतक लगाए। विराट ने 277वीं पारियों में ही यह उपलब्धि हासिल कर ली। कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 49वें ओवर में अपना 49वां शतक पूरा किया। उन्होंने कगिसो रबाडा की तीसरी गेंद पर एक रन लेकर तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
टॉप-5 में तीन भारतीय
तेंदुलकर और कोहली के बाद सबसे ज्यादा वनडे शतक लगाने वालों में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा हैं। रोहित ने 259 मैच की 251 पारियों में 31 सैकड़े लगाए हैं। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का नंबर है। पोंटिंग ने 375 मैच खेले हैं। उनके 365 पारियों में 30 शतक हैं। इन दोनों के बाद पांचवें स्थान पर श्रीलंका के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या हैं। उन्होंने 445 मैच की 433 पारियों में 28 शतक लगाए हैं।
तेंदुलकर ने कोहली को दी बधाई
सचिन तेंदुलकर ने अपने 49 शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए विराट कोहली की तारीफ की है। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, ”विराट आपने अच्छा खेला। मुझे 49 से 50 शतक तक पहुंचने में 365 दिन लग गए थे। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में आप 49 से 50 पर पहुंच जाएंगे और मेरा रिकॉर्ड तोड़ देंगे। बधाई हो।”
विराट ने जन्मदिन पर लगाया शतक
विराट ने इस विश्व कप में अब तक 85 रन, नाबाद 55 रन, 16 रन, नाबाद 103 रन, 95 रन, शून्य, 88 रन और 100* रन की पारियां खेली हैं। आज शतक लगाकर कोहली वनडे में जन्मदिन पर शतक लगाने वाले सातवें खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले टॉम लाथम, रॉस टेलर, सनथ जयसूर्या, मिचेल मार्श, सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली पहले ऐसा कर चुके हैं।
शतक लगाने के बाद कोहली ने क्या कहा?
विराट कोहली ने शतक लगाने के बाद कहा, ”यह एक ऐसा विकेट था जिस पर बल्लेबाजी करना मुश्किल था। हमें रोहित और शुभमन से शानदार शुरुआत मिली। मेरा काम इसे जारी रखना था। 10वें ओवर के बाद गेंद ग्रिप और टर्न लेने लगी, धीमी हो गई और फिर मेरी भूमिका काफी देर तक बल्लेबाजी करने की थी। टीम प्रबंधन ने मुझे यही बताया था। श्रेयस ने अच्छा खेला और अंत में हमने कुछ और रन बनाए। एशिया कप के दौरान हमारी काफी बातचीत हुई। हम तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं, इसलिए खेल को आगे ले जाने के लिए यह साझेदारी जरूरी थी। कोहली ने आगे कहा, ”हमारी टीम में हार्दिक नहीं है, इसलिए हमें पता था कि एक या दो विकेट हमें महंगा पड़ सकता है। मैं खेलने का मौका देने और टीम की सफलता में योगदान देने के लिए भगवान का आभारी हूं। इस शानदार मैदान पर इतनी बड़ी भीड़ के सामने अपने जन्मदिन पर शतक बनाना बहुत अच्छा है। पिच धीमी है, हमारे पास गुणवत्तापूर्ण गेंदबाजी लाइन-अप भी है, लेकिन हमें कड़ी मेहनत करनी होगी।”