बिहार में 15 फरवरी से 23 फरवरी के बीच आयोजित हुई 10वीं बोर्ड की परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए नतीजों की घोषणा की। इस बार बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट पिछले 6 साल में सबसे बेहतर आया है। राज्य में कुल 82.91 फीसदी बच्चे पास हुए हैं। 2019 में यह रिजल्ट 80.73 फीसदी था। पिछले साल 81.04 फीसदी बच्चे पास हुए थे। इस बार का पासिंग प्रतिशत 2019 के बाद सबसे अधिक है। शिवांकर इस साल के टॉपर हैं। उन्हें 500 में से 489 नंबर मिले हैं।
पासिंग प्रतिशत ने तोड़े रिकॉर्ड
बता दें कि इस बार कुल 16,64,252 बच्चे बैठे थे जिसमें से 8,58,785 लड़कियां थीं और 8,05,467 लड़के थे। इनमें से 13,79,842 छात्र पास हो गए हैं। इसमें लड़कों के पास होने वाली संख्या 6,80,293 है जबकि 6,99,549 लड़कियां पास हुई हैं। बात करें इस साल के पासिंग प्रतिशत की तो पिछले कई साल का रिकॉर्ड टूट गया है। इस साल बिहार 10वीं का पासिंग प्रतिशत 82.91 फीसदी रहा।
इस साल कुल 13,79,842 विद्यार्थी पास हुए हैं, जिनमें से कुल उत्तीर्ण छात्र 6,80,293 हैं और कुल उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,99,549 बैठी है।
टॉपर छात्रों पर होगी पुरस्कारों की बरसात
बिहार बोर्ड 10वीं में टॉप करने वाले छात्रों को बीएसईबी की तरफ से 1 लाख रुपये तक की नकद राशि, 1 लैपटॉप और जेईई की फ्री कोचिंग जैसे पुरस्कार दिए जाएंगे।
इतनी छात्राओं को मिली सफलता
बिहार बोर्ड 10वीं मैट्रिक के जारी हुए परिणामों के अनुसार, इस साल पास होने वाली छात्राओं की संख्या में 6,99,549 है।
4.5 लाख बच्चे फर्स्ट डिवीजन से पास
बीएसईबी बिहार बोर्ड मैट्रिक परिणाम में कुल 4,52,302 छात्रों ने फर्स्ट डिवीजन हासिल की है जिनमें से 2,52,846 लड़के और 1,99,456 लड़कियां हैं। इसी तरह सेकेंड डिवीजन छात्रों के पास होने की संख्या 5,24,965 है। इसमें 2,52,121 लड़के और 2,572,844 छात्राएं शामिल हैं।