पहलगाम : जम्मू-कश्मीर के मशहूर टूरिस्ट प्लेस पहलगाम में टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। मरने वालों में दो विदेशी भी शामिल हैं। एक शख्स नेपाल और यूएई का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि कुल चार आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें से तीन पाकिस्तानी और एक लोकल कश्मीरी है। जब दोपहर को यह वारदात हुई तब सैलानी वहां घुड़सवारी कर रहे थे। तभी आतंकी वहां पहुंचे और उन्होंने पंजाबी में टूरिस्ट से उनका मजहब पूछा। पहचान स्थापित होने के बाद लोगों को मौत के घाट उतारा गया। इस दौरान करीब 50 राउड फायरिंग की गई।
मरने वालों में से 16 के नाम आए सामने
घायलों से मिलेंगे अमित शाह, कल जाएंगे पहलगाम
गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और सीधे राजभवन पहुंचे। वहां वह आईबी चीफ और उपराज्यपाल के साथ हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं। इसके बाद वह घायलों से मिलने अस्पातल जाएंगे। कल सुबह पहलगाम जाने का कार्यक्रम है।
TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान समर्थिक आतंकवादी ग्रुप लश्कर-ए-तैबा के मुखौटा टेरर ग्रुप ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ यानी टीआरएफ की तरफ से इस हमले की जिम्मेदारी ली है। लेकिन जांच की जा रही है कि इसके पीछे टीआरएफ ही है या फिर लश्कर या कोई और। टीआरएफ ने एक पेज के अपने संदेश में यह भी लिखा है कि जम्मू-कश्मीर में गैर स्थानीय लोगों को बसाया जा रहा है। यहां अवैध रूप से बसने की कोशिश करने वाले बाहरी लोगों के खिलाफ ऐसे ही हिंसा की जाएगी।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिस जगह यह हमला हुआ। वहां सड़क मार्ग नहीं है। वहां पैदल और खच्चरों से ही आया-जा सकता है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमला साउथ कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में बैसरन घाटी के पास उंचाई पर हुआ है।
बैसरन इलाके में हुआ हमला
टूरिस्टों पर यह आतंकी हमला मिनी स्विटजरलैंड कहे जाने वाले बैसरन इलाके में मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे हुआ। बताया जा रहा है कि आतंकी बैसरन घाटी के पहाड़ से नीचे उतरे और वहां घुड़सवारी करते टूरिस्टों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। वह आर्मी की वर्दी में थे। हमले में कुछ स्थानीय लोग और घोड़ों को भी गोली लगी है। सूत्रों का कहना है कि हमले में अपना पति खो चुकी महिला का दावा है कि आतंकवादियों ने धर्म पूछकर गोली मारी। यह हमला पवित्र अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने से पहले सोच विचाकर किया गया लगता है। एजेंसियों का मानना है कि हमला करने से पहले इलाके की रेकी की गई। आतंकवादियों ने यह सुनिश्चित किया कि यहां कितनी फोर्स लगी है। फिर मौका देखकर उन्होंने लोगों को टारगेट किया।
बंकर में दुबकी पाकिस्तान की सेना…अब भारत के हमले का सताने लगा डर
पाकिस्तान की सेना पहलगाम हमले के बाद बंकर में जाकर दुबक गई है। पाकिस्तान को इस बात का डर था कि अगर कोई भी हमला होता है उसका पलटवार जरूर होगा। लिहाजा पहलगाम हमले के बाद से पीओके में सन्नाटा पसर गया है। पाक फौज अपने पोस्ट को छोड़ अपने बंकरों में दुबक गई है। अब पोस्ट पर तैनात रहने वाले पाक सैनिक दिखाई नहीं दे रहे है। LOC पर भारतीय सेना ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है।