मुंगेर : छात्र संगठन एआईडीएसओ का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल फीस वृद्धि सहित छह सूत्री मांगों का ज्ञापन मुंगेर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अध्यक्ष से वार्ता कर सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में शामिल एआईडीएसओ के बिहार राज्य सचिव विजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में सत्र अनियमितता के कारण छात्रों का बहुमूल्य समय नष्ट हो रहा है। वहीं शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की कमी के कारण पठन-पाठन सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है। इसी बीच विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा स्नातक नामांकन फीस में 2 से ढाई गुना वृद्धि की गई है। छात्रों द्वारा फीस वृद्धि वापस लेने की मांग करने पर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से फीस को पूर्ववत न कर महज 1000 की कमी की गई है। जबकि पहले से ही जो फीस है, उसी फीस को अदा नहीं कर पाने के कारण बहुत सारे आर्थिक रूप से कमजोर छात्र उच्च शिक्षा हासिल नहीं कर पा रहे है। इस तथ्य के आधार पर ही राज्य सरकार ने छात्राओं और अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के सभी छात्र- छात्राओं के लिए नि:शुल्क शिक्षा का कानून बनाया है। छात्राओं ने मांग किया कि सत्र नियमित की जाए एवं एकेडमिक कैलेण्डर लागू किया जाए। स्नातक के नामांकन में की गई फीस वृद्धि वापस ली जाए एवं पूर्ववत फीस पर छात्रों का नामांकन लिया जाए।सभी रिक्त पदों पर शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए। विश्वविद्यालय की सभी लंबित परीक्षाएं कराई जाए एवं ससमय रिजल्ट प्रकाशित की जाए। प्रयोगशाला- पुस्तकालय, शौचालय, पीने का शुद्ध पानी आदि आधारभूत सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए । गर्ल्स कॉमन रूम बनाया जाए तथा शिक्षा का निजीकरण- व्यापारीकरण एवं केंद्रीयकरण करने वाला शिक्षा एवं छात्र विरोधी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 वापस ली जाए। प्रतिनिधिमंडल में एआईडीएसओ के बिहार राज्य सचिव विजय कुमार, आनन्द रॉय, आदर्श कुमार, घनश्याम भारती एवं संतोष कुमार शामिल थे।

मुंगेर से विवेक कुमार यादव की रिपोर्ट