पटना : कर्ण कायस्थ कल्याण मंच व मिशन टू करोड़ चित्रांश अंतराष्ट्रीय बिहार इकाई की ओर से कंकड़बाग की ओर से स्वाधीनता आंदोलन के अमर सेनानी ब्रिटिश हुकूमत के दौरान 1937 में हुए विधान सभा चुनाव में सबसे अधिक वोट से जितने वाले शहीद चतुरानन दास की 125 वीं जन्म जयंती पर उन्हें याद करते हुऐ पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजली दी गई।

इस अवसर पर सर्व सम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर महात्मा गांधी व देश रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद के साथ रहने वाले स्वाधीनता संग्रम के महान योद्धा चतुरानन दास की तस्वीर आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए संसद के सेंट्रल कक्ष में लगाने की मांग की। साथ ही राज्य सरकार से उनकी आदमकद प्रतिमा मधुबनी नगर निगम परिसर में स्थापित करने की भी मांग की गई। मुख्यमंत्री से यह भी मांग की गई की उनकी जन्म जयंती और पुण्य तिथि को राजकीय समारोह के रुप मे मनाया जाय और विधानसभा में तैल चित्र लगाया जाय।समारोह की अध्यक्षता कर्ण कायस्थ कल्याण मंच के अध्यक्ष के बी लाल संचालन मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश कुमार कंठ ने की।

इस अवसर पर उनके प्रपौत्र रिटायर कार्यपालक अभियंता प्रकाश चंद दास ने चतुरानन बाबू को याद करते हुए कहा की आजादी के पूर्व के नेताओ में चतुरानन बाबू को देश कभी भूला नहीं सकता है। उन्होंने अपने मात्र 42 साल की जिंदगी में देश को आजादी दिलाने में अपने कार्यों से न सिर्फ अंग्रेजो को बल्कि उस समय अंग्रेजो को सहयोग करने वाले जमींदारों को भी सबक सिखाने का काम किया। बारह साल जेल में भी रहने वाले चतुरानन बाबू शिक्षा के लिए भी समर्पित रहे थे। आज जरूरत है उनके कृतियों को जन जन तक पहुचाने की ताकि भावी पीढ़ी अपने समाज के स्वतंत्रा सेनानी को जान सके।वाहिनी के सह संयोजक विश्व रूपम कुमार ने चतुरानन बाबू को युग पुरुष की संज्ञा देते हुए सरकार से उनके कृतियों को आम लोगो तक लाने के लिए स्कूली पाठ्यक्रम उनकी जीवनी को शामिल करने और जन्मदिन और शहादत दिवस पर राजकीय समारोह मनाने का आग्रह किया।

जदयू नेता व मिशन के राष्ट्रीय सचिव ने कहा की मिशन ने समाज के ऐसे लोग जिनकी भूमिका देश के लिए रही है और जिन्हे जन मानस भूल गई है उन्हे समाज के बीच लाने का प्रयास करेंगी । आगामी रविवार को 125 वी जयंती का समापन उनके पुण्य तिथि 17 सितंबर को होगा।